स्वतंत्र समय, ललितपुर
प्रागैतिहासिक अतिशय क्षेत्र नवागढ़ में पंडित गुलाब चंद्र पुष्प प्रतिष्ठाचार्य जी के जन्म शताब्दी समारोह के अंतर्गत देश के बुंदेली भाषा के सशक्त हस्ताक्षर एवं बुंदेली साहित्य के संरक्षक श्रेष्ठ शिक्षाविद, साहित्यकार हरि विष्णु अवस्थी का राष्ट्रीय विद्वत सम्मेलन संगोष्ठी के अंतर्गत इतिहास पुरुष के अलंकरण के साथ सम्मान किया गया।
उत्कृष्ट शिक्षाविद
प्रचार मंत्री डॉ. सुनील संचय ने बताया कि अवस्थी ने अपने शिक्षा काल में जहां विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण के लिए समस्त जीवन समर्पित किया वहीं साहित्य साधना करते हुए बुंदेली भाषा का भी प्रतिमान स्थापित किया । आपने कई पुस्तकों का सृजन करते हुए बुंदेली लोक रीति, लोक परंपरा, रीति रिवाज, रहन-सहन, धार्मिक परिवेश, चंदेल काल से लेकर वर्तमान काल तक हुए राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक परिवर्तनों को अपनी लेखनी से गौरवान्वित किया है । आपको राष्ट्रीय अलंकारों से अलंकृत किया गया है ।
नवागढ़ उत्थान
आपने कई बार नवागढ़ के पुरातात्विक एवं पर्यटन स्थलों का गंभीरता से निरीक्षण करके यहां की पुरा संपदा के विश्लेषण के लिए जहां स्वयं कार्य किया है वहीं विभिन्न साहित्य को भी उपलब्ध कराकर अपने नवागढ़ के इतिहास को विशेष आयाम प्रदान किया है।
विलक्षण साहित्यकार
आपके द्वारा रचित साहित्य आज बुंदेली भाषा की धरोहर है। नवागढ़ क्षेत्र के निर्देशक ब्र जय कुमारनिशांत जी ने बताया की अवस्थी जी ने नवागढ़ के अभिलेखों के साथ यहां के परिवेश, संस्कृति, धार्मिक पक्ष, राजनीतिक उत्थान पतन का भी बृहद रूप में विश्लेषण किया है। पुष्प परिवार द्वारा आयोजित सिद्धार्चना सिद्ध चक्र महामंडल विधान में उपस्थित सभी विद्वानों ने भाग लेकर पुष्प परिवार का गौरव बढ़ाया है। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के 30 विद्वानों ने नवागढ़ क्षेत्र के विशेष आयाम एवं क्षेत्र अन्वेषक पंडित गुलाबचंद जी पुष्प के प्रति अपने संस्मरण एवं उनकी कार्यशैली, उनकी साधना एवं उनके द्वारा स्थापित किए गए प्रतिमानों का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि समर्पित की। क्षेत्र समिति के महामंत्री वीरचंद जैन, कोषाध्यक्ष पंडित इंद्र कुमार जैन,मंत्री अशोक जैन , अध्यक्ष सनत कुमार एडवोकेट, प्रचार मंत्री डॉ सुनील संचय, पुष्प परिवार के डॉक्टर प्रदीप कुमार जैन, इं. शिखर चंद जैन , इं. अवनीश, डॉ. आलोक जैन, सुनील घुवारा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए नवागढ़ के विकास हेतु सभी से विनम्र अनुरोध किया । वह अपने साहित्य के द्वारा इस क्षेत्र को विश्व स्तर पर स्थापित करने में अपना सहयोग प्रदान करें।
नवागढ़ में सिद्धों की अर्चना में बह रही भक्ति की बयार
प्रागैतिहासिक अतिशय क्षेत्र नवागढ़ विकासखंड महरौनी में प्रतिष्ठा पितामह पंडित गुलाबचन्द पुष्प जन्म शताब्दी महोत्सव वर्ष के अन्तर्गत चल रही अष्ट दिवसीय सिद्धार्चना में आज 1024 अर्घ्य भक्ति- श्रद्धा के साथ विधान के पात्रों एवं श्रद्धालुओं ने समर्पित किए। नवागढ़ में भक्ति की बयार बह रही है।