PM kisan: करोड़ों किसानों के लिए खुशखबरी, इस दिन जारी होगी PM Kisan की 15वीं किस्त, खाते में आएंगे 2-2 हजार रुपए की धनराशि

PM Kisan Samman Nidhi Yojana 15 Installment : पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम के अंतर्गत एक बार फिर करोड़ों कृषक हितग्राहियों के लिए आगामी इंस्टॉलमेंट पर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही हैं। दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुरूप, दीपावली के बाद नवंबर महीने के आखिरी चरण में करोड़ों कृषकों के अकाउंट में 15वीं इंस्टॉलमेंट के 2000-2000 रुपए डाल दिए जाएंगे। वही जिन कृषकों ने eKYC, भू वेरिफिकेशन और आधार कार्ड को लिंक नहीं करवाया है, उन्हें फोरन ही इसे अपडेट करवाने की चेतावनी जारी कर दी हैं। वरना आप इस योजना से वंचित रह जाएंगे।

नवंबर के महीने में आ सकती है 15वीं इंस्टॉलमेंट

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि स्कीम केन्द्र शासन की कृषकों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण और उपयोगी योजना है। इस स्कीम में कृषकों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपए की रकम वितरित कर दी जाती है। यह रकम प्रत्येक 4 महीने में 3 भागों में प्राप्त है। हर इंस्टॉलमेंट में कृषक को 2,000 रुपए की रकम मुहैया कराई जाती है। इस स्कीम में मिलने वाली रकम कृषकों के खाते में सीधे तौर पर जमा होती है। PM किसान स्कीम के नियमानुसार, पहली इंस्टॉलमेंट अप्रैल-जुलाई के मध्य , दूसरी इंस्टॉलमेंट अगस्त से नवंबर के दौरान और तीसरी इंस्टॉलमेंट दिसंबर से मार्च के दरमियान मुहैया कराई जाती है, ऐसे में आशंका है कि दीपावली के बाद 27 नंवबर को नेक्स्ट इंस्टॉलमेंट के 2000 रुपए कृषकों के अकाउंट में डाले जा सकते है। हालांकि इंस्टॉलमेंट की पक्की तारीख की अभी हाल फिलहाल कोई ऑफिशियल कंफर्मेशन नहीं मिली है।

31 अक्टूबर तक चलेगी ये बड़ी मुहिम

PM कृषक सम्मान निधि योजना की आगामी इंस्टॉलमेंट से पूर्व उत्तर प्रदेश में 31 अक्टूबर तक ब्लाक व तहसील के लेवल पर मुहिम चलाकर करोड़ों कृषकों की ई-केवाईसी को पूर्ण किया जा रहा है। अपर खेती संचालक वीके सिसोदिया ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषक स्कीम के अंतर्गत 14 वीं इंस्टॉलमेंट 1.86 करोड़ कृषकों के अकाउंट में डाली गई थी, जिन कृषकों की लैंड सीडिंग, बैंक अकाउंट के साथ आधार सीडिंग, ई केवाईसी का काम पूरा नहीं होगा, उन्हें आगामी इंस्टालमेंट नहीं मिलेगी।इसलिए 31 अक्टूबर तक ये बड़ी मुहिम चलाकर भारी से भारी तादाद में कृषकों की ई-केवाईसी का प्रोसेस पूर्ण किया जा रहा है, जिसके बाद अत्याधिक कृषकों इसका फायदा मिलने वाला हैं।