स्वतंत्र समय, शहडोल
ब्यौहारी से कांग्रेस के पूर्व विधायक रामपाल सिंह ने टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी जताते हुए पिछले दिनों पार्टी से स्तीफा देकर चुनाव लडऩे का फैसला किया था, चूंकि रामपाल सिंह स्वयं को कांग्रेस का प्रत्याशी मान रहे थे, किन्तु पार्टी ने नए युवा चेहरे रामलखन सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया दिया। इसी बीच उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था और आम आदमी पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था। राम पाल सिंह ने आम आदमी पार्टी को चुनाव के पहले बड़ा झटका देते हुए घर वापसी कर ली।
राहुल भैया के कहने पर हुई वापसी
ब्यौहारी विधानसभा सीट से पूर्व विधायक रामपाल सिंह कांग्रेस की तरफ से दावेदारी कर रहे थे। पार्टी ने उनकी जगह युवा प्रत्याशी रामलखन सिंह पर दाव लगा दिया। इस बात से नाराज होकर पूर्व विधायक रामपाल सिंह ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी ’वाइन की और आप पार्टी ने रामपाल सिंह को ब्यौहारी सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था। रामपाल सिंह ने बताया कि मैने जब जिस दिन पार्टी छोड़ी मुझे ऐसा लगा कि मैं अपनी मां से बिछड़ रहा हूँ, मेरे बाप-दादा कांग्रेस पार्टी की राजनीति करते रहे हैं, तात्कालिक आवेश एवं दु:खी होकर मैंने पार्टी छोड़ दी थी, किन्तु मैं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल भैया हमारे मार्गदर्शक हैं और हम राजनीति में उन्हें अपना गुरू मानते हैं उनके कहने पर मैं अपनी पार्टी में वापस आया हूँ।रामपाल सिंह की नाराजगी को देख अजय सिंह ने पूर्व विधायक को चुरहट बुलाया और घर वापसी के लिए मना लिया। रामपाल सिंह ने बताया कि प्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने भी फोन पर मुझसे विस्तृत चर्चा की और पार्टी में वापस आने की गुजारिश की। रामपाल सिंह से ब्यौहारी प्रत्याशी के सहयोग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूँ मैं सिर्फ पंजा जानता हूँ मेरे लिए कांग्रेस और पंजा ही प्रमुख हैं।