सिंचाई विभाग का जिलेदार रिश्वत लेेते रंगे हाथों पकड़ाया, पट्टा नवीनीकरण के नाम पर चल रहा रिश्वत का खेल

 स्वतंत्र समय, ललितपुर
सजनाम बांध डूब क्षेत्र की जमीन का पंच वर्षीय नवीनीकरण कराने के लिए सिंचाई विभाग में तैनात जिलेदार अवैध वसूली कर रहा था। रुपयों की बढ़ी भूख ने जिलेदार को जेल का रास्ता दिखा दिया। किसान से रिश्वत में दस हजार रुपये लेते हुये एण्टी करप्शन टीम ने जिलेदार को रंगे हाथों दबोच लिया। हालांकि इस प्रकरण में शामिल बताया जा रहा जिलेदार के ड्राईवर को भी हिरासत में लिया गया है। मामले को लेकर गौरतलब है कि बांध निर्माण के बाद डूब क्षेत्र की जमीन पर पट्टे लेकर उस पर किसान खेती कर अपना व परिवार का भरण पोषण करते हैं।
ऐसे में किसान को प्रत्येक पांच वर्ष में सम्बन्धित विभाग से पट्टे की जमीन का पट्टा नवीनीकरण कराना होता है। इसी प्रकार डूब क्षेत्र की जमीन के पट्टे का नवीनीकरण कराने के लिए जब किसान सिंचाई विभाग पहुंचा तो सम्बन्धित क्षेत्र के जिलेदार शहजाद अली पुत्र स्व.रहमत अली द्वारा अवैध तरीके से सुविधा शुल्क दिये जाने की मांग रखी गयी थी। जिस पर किसान द्वारा दस हजार रुपये पहले दिये जा चुके थे, लेकिन नवीनीकरण पूर्ण कराने के नाम पर बीस हजार रुपये और मांगे गये थे। जिस पर किसान द्वारा एण्टी करप्शन टीम को सूचित किया गया और टीम ने पूरा जाल बिछाकर शुक्रवार को शहजाद अली को रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि तहसील पाली अंतर्गत ग्राम इमलिया निवासी राजेन्द्र सिंह पुत्र स्व. रघुवीर सिंह ने एण्टी करप्शन टीम को भेजे शिकायती पत्र में बताया था कि उसकी भूमि डूब क्षेत्र में आ जाने पर सरकार द्वारा अधिग्रहीत कर ली गई थी, जिस पर पूर्व में शिकायत कर्ता के नाम से पहरे किये गये थे (परिवार भरण पोषण हेतु)। पहरे की म्याद समाप्त हो गई थी, जिसे फिर से पट्टा नवीनीकरण नाम पर सिंचाई विभाग में तैनात जिलेदार शहजाद अली द्वारा 20 हजार रूपये की मांग की गई थी। बताया कि जिलेदार शहजाद अली द्वारा प्रथम किस्त के रूप में 10 हजार रूपये 27 अक्टूबर 23 को और शेष रुपये पट्टे के बाद में देना तरह हुआ था।