रूठों को संतुष्ट  करने  मालवा, ग्वालियर और चंबल में माइक्रो मैनेजमेंट

स्वतंत्र समय, भोपाल

प्रत्याशी घोषित होने के बाद भाजपा में भितरघात रोकने सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने इंदौर, ग्वालियर और चंबल में खुद मोर्चा संभाले हुए थे। उन्होंने टिकट वितरण से उपजे असंतोष को नियंत्रित करने की कोशिश करते हुए सोमवार सुबह मनावर सीट से दावेदारी कर रही रंजना बघेल सहित संभाग के अन्य असंतुष्टों से चर्चा की। ये सभी अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लडऩे का मन बना चुके थे। इनमें से कुछ ने तो नामांकन पत्र जमा भी कर दिया है। बताया जा रहा है कि शाह से चर्चा के बाद सभी असंतुष्टों के मानने की उम्मीद है। जिन असंतुष्टों ने नामांकन फार्म जमा कर दिया है वे निर्धारित तारीख तक अपना नामांकन पत्र वापस ले लेंगे। जिन नेताओं को चर्चा के लिए बुलाया गया था उनमें बुरहानपुर और धार के टिकटों के नाराज नेता भी शामिल थे। धार में नीना वर्मा को टिकट दिए जाने से राजीव यादव और बुरहानपुर में अर्चना चिटनिस को टिकट मिलने से पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह के बेटे हर्षवर्धन नाराज हैं। शाह सोमवार दोपहर करीब तीन बजे ग्वालियर के लिए रवाना हो गए।

  • रंजना सहित असंतुष्टों से भाजपा के चाणक्य ने की बात
  • इंदौर संभाग के कार्यकर्ताओं की बैठक नामांकन के कारण निरस्त की।
  • जिन नेताओं को चर्चा के लिए बुलाया था, उनमें बुरहानपुर, मनावर और धार के असंतुष्ट नेता शामिल थे।

27 सीटें हार गयी थी बीजेपी

ग्वालियर चंबल में विधानसभा की 34 सीटें आती हैं। 2018 के चुनाव में बीजेपी को 34 में से 27 सीटों पर हार मिली थी, लेकिन उसके बाद 2020 के उपचुनाव में उसने कांग्रेस से आए नेताओं को टिकट दिए और कांग्रेस से सीटें झटक ली। अब बीजेपी और कांग्रेस के पास 17- 17 सीटें हैं।

केंद्रीय मंत्री शाह ने किया जीत का दावा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज ग्वालियर में बीजेपी की संभागीय बैठक ले रहे हैं। इसमें ग्वालियर चंबल अंचल के नाराज नेताओं को मनाने के साथ ही विधानसभा चुनाव में जीत का मंत्र देंगे। बैठक में शामिल होने आए गुना शिवपुरी सांसद केपी यादव ने कहा पूरी भाजपा एक है. केपी यादव ने भाजपा में गुटबाटी की बातों को नकारते हुए कहा गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र की आठों विधानसभा सीट बीजेपी जीतेगी।

दिग्विजय कोई चुनौती नहीं

गुना जिले के प्रभारी उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय भी अमित शाह की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। योगेंद्र उपाध्याय ने कहा गुना की सीट पर उम्मीदवार भले ही देरी से घोषित किया, लेकिन गुना में भाजपा बड़े मार्जिन से जीतेगी। उपाध्याय ने दावा किया कि गुना जिले की चारों सीट गुना, बमोरी राघोगढ़ और चाचौड़ा पर भाजपा का कब्जा होगा. गुना में इस बार दिग्विजय सिंह, जयवर्धन सिंह और लक्ष्मण सिंह भाजपा के लिए कोई बड़ी चुनौती नहीं होंगे।

ग्वालियर-चंबल में बीजेपी की डैमेज कंट्रोल की कोशिश

ग्वालियर चंबल बीजेपी के लिए चुनौती बना हुआ है। यहां 34 सीटें हैं. 2018 के चुनाव में बीजेपी इनमें से 27 सीटें हार गयी थी। यही वजह है कि इस बार यहां की कमान सीधे पार्टी के दिग्गज नेता अमित शाह के हाथ में है। शाह आज इंदौर के बाद ग्वालियर के दौरे पर हैं। वहां पार्टी नेताओं के साथ मैराथन बैठक हो रही है. वो चुनावी रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं. साथ ही जीत का मंत्र देंगे। चंबल इलाका बीजेपी के लिए लगातार सिरदर्द बना हुआ है. पहले सिंधिया के कारण पार्टी में विरोध था। अब टिकट वितरण से असंतोष है. इस इलाके की 34 में से 20 सीटों पर बीजेपी को भितरघात की आशंका है। इनमें खुद नरेंद्र सिंह तोमर तक की सीट खतरे में है। लाल सिंह आर्य, अरविंद भदौरिया, नारायण सिंह, माया सिंह, सुरेश धाकड़, बृजेंद्र यादव, रघुराज कंसाना, इमरती देवी, पन्नालाल शाक्य की सीटों पर अपने ही चुनौती बने हुए हैं।