स्वतंत्र समय, भोपाल
राजधानी के थाना क्राइम ब्रांच टीम ने फर्जी बैंक गैरन्टी प्रस्तुत कर धोखाधड़ी करने वाले दो साल से फरार मास्टरमांइड को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी तिरूपति कंस्ट्रक्शन के प्रोपराईटर के मालिक द्वारा फर्जी बैंक गैरन्टी प्रस्तुत कर चार सौ बीसी करता था। श्री तिरूपति कंस्ट्रक्शन के मालिक द्वारा बैंक गारंटियों में हेराफेरी कर उसे असल रूप में उपयोग कर एनपीसीसी के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी की थी। पकड़ा गया आरोपी बैंक गारंटी के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम ब्रांच शैलेन्द्र सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी जोनल मैनेजर एनपीसीसी क्षेत्रीय कार्यालय बी 29 राजदीप रायल महाकाली सोसायटी त्रिलंगा शाहपुरा एम ए मंसूरी ने श्री तिरुपति कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर नितिन सुभाष शर्मा व्दारा फर्जी बैंक गारंटियों को प्रस्तुत कर धोखाधड़ी किये जाने की लिखित शिकायत की थी। जांच में सामने आया की एनपीसीसी व श्री तिरूपति कंस्ट्रक्शन के बीच 17 सिंतबर 2018 को आईटीआई जबलपुर, आईटीआई रीवा, आईटीआई शहड़ोल के कंस्ट्रक्शन का काम 113.4 करोड़ रुपये में करने का एग्रीमेंट हुआ था। अनुबंध के अनुसार श्री तिरूपति कंस्ट्रक्शन को इस रकम को 5 प्रतिशत परफार्मेन्स बैंक गारंटी के रूप में एनपीसीसी को देना था। जो युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया धर्मपथ बा्रंच नागपुर, युको बैंग गुडग़ॉव ब्रांच नागपुर के माध्यम से दिया था। इन बैंक गारंटी की समय सीमा समाप्त होने पर श्री तिरूपति कंस्ट्रक्शन द्वारा 4 मई 2021 को अलग-अलग बैंको की नई बैंक गैरंटी दी गई थी।
इन सभी बैंक गारंटियों को जब एनपीसीसी व्दारा चैक कराया गया तब संबंधित बैंकों ने बताया कि यह सारी बैंक गारंटी उनके बैंकों से जारी नहीं की गई है, और यह सभी बैंक गारंटिया फर्जी है। श्री तिरुपति कंस्ट्रक्शन के मालिक नितिन सुभाष शर्मा पिता स्व.सुभाष शर्मा (43) निवासी फ्लेट न.1203 केपीटल हाइट्स मेडिकल स्टोर नागपुर द्वारा बैंक गारंटी में हेराफेरी कर असल के रूप में उपयोग कर एनपीसीसी के साथ 10.12 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी किया जाना सामने आने पर चार सौ बीसी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला कायम किया गया था। जांच के दौरान आरोपी सुभाष नितिन शर्मा फरार हो गया था, उसकी सुरगशी में जुटी टीम ने तकनीकी आधार पर नागपुर पहुंचकर वहॉ के सोमरवाडा इलाके से गिरफ्तार कर लिया।