बिजनेस न्यूज, नई दिल्ली।
आर्थिक गतिविधियों में तेजी और खपत में वृद्धि के साथकंपनियों के कर संबंधी विवादों के निपटान से अक्तूबर, 2023 में सरकार को जीएसटी के रूप में दूसरी बार रिकॉर्ड कमाई हुई है।इससे पहले इसी साल अप्रैल में जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया था, जो अब तक का सर्वाधिक है। वित्त मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में औसत मासिक जीएसटी संग्रह 1.66 लाख करोड़ पहुंच गया है।यह आंकड़ा 2022-23 की समान अवधि के 1.49 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 11.4 फीसदी अधिक है।आंकड़ों के मुताबिक, सरकार ने एकीकृत जीएसटी में केंद्रीय जीएसटी के 42,873 करोड़ और राज्य जीएसटी के 36,614 करोड़ का निपटान किया है। नियमित निपटान के बाद अक्तूबर में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व केंद्रीय जीएसटी के लिए 72,934 करोड़ और राज्य जीएसटी के लिए 74,785 करोड़ रहा। इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि अक्तूबर में जीएसटी संग्रह की सालाना वृद्धि की रफ्तार 10 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई, जो उत्साहजनक है।
सेवाओं का निर्यात 2.7 फीसदी घटा
देश से सेवाओं का निर्यात सितंबर, 2023 में सालाना आधार पर 2.7 फीसदी घटकर 28.42 अरब डॉलर रह गया।आरबीआई के मुताबिक, सेवाओं का आयात भी 10.3 फीसदी की तेज गिरावट के साथ14.59 अरब डॉलर पर आ गया।सितंबर तिमाही में आयात लगातार घटा है। यूपीआई से अक्तूबर, 2023 में रिकॉर्ड 17.16 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। यह एक साल पहले के समान महीने के 12.12 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 42 फीसदी व सितंबर के मुकाबले 9 फीसदी ज्यादा है। वहीं, संख्या के लिहाज से कुल 11.41 अरब लेनदेन हुए, जो सालाना आधार पर 56 फीसदी अधिक है। फास्टैग लेनदेन की संख्या सात फीसदी बढक़र 32 करोड़ पहुंच गई। मूल्य के लिहाज से कुल 5,539 करोड़ रुपये के लेनदेन हुए।