हमीदिया, जेपी और एम्स में मिलेगा इलाज, 50 से ज्यादा बेड रिजर्व

स्वतंत्र समय, भोपाल
दीपोत्सव के दौरान आतिशबाजी और दूसरे एक्सीडेंट के घायलों को इलाज मुहैया कराने के लिए अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में 50 से ज्यादा बेड रिजर्व किए गए हैं। इसके साथ ही बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी, हड्डी रोग और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर्स को ऑन कॉल ड्यूटी के लिए अलर्ट पर रखा है, ताकि 12 नवंबर यानी दीपावली के दिन पीडि़त को जल्द इलाज मिल सके। वहीं, एम्स भोपाल ने दीपावली के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें आतिशबाजी के दौरान सावधानी रखने और हादसा रोकने के लिए सुझाव दिए गए हैं।
हमीदिया अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. आशीष गोहिया ने बताया कि दीपावली के दिन सामान्य दिनों की अपेक्षा सडक़ हादसे, आग से जलने और आंखों में चोट लगने की घटनाएं ज्यादा होती हैं। इस कारण दीपावली के दिन पीड़त को इलाज मुहैया कराने बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी, नेत्र रोग, ऑर्थोपैडिक और सर्जरी डिपार्टमेंट में 30 बेड रिजर्व किए हैं। साथ ही, नेत्र रोग, बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी, ऑर्थोपैडिक्स व सर्जरी डिपार्टमेंट के कंसल्टेंट को इमरजेंसी में ऑन कॉल ड्यूटी के लिए अलर्ट पर रखा है।
सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि दिवाली के लिए सभी अस्पतालों में स्पेशलिस्ट को मुस्तैद रहने के आदेश दिए गए हैं। बर्न को लेकर फैसिलिटीज की तैयारी भी है। किसी को भी शहर छोडऩे की परमिशन नहीं है। सभी अस्पतालों में स्पेशलिस्ट मौजूद रहेंगे। जेपी अस्पताल के अधीक्षक राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे यहां आई स्पेशलिस्ट्स और ईएनटी की टीम मौजूद रहेगी। इसके लिए अस्पताल में ट्रॉमा और आईसीसीयू में कुछ बेड भी आरक्षित रखे हैं।

हर साल 80 से अधिक बर्न के मामले

डॉक्टर्स के मुताबिक हर साल दीपावली पर करीब 80 से अधिक बर्न के मामले आते हैं। इसमें हाथ में पटाखे का फूटना या कान और आंखों से पीडि़त अस्पतालों में पहुंचते हैं। जेपी हॉस्पिटल के अधीक्षक राकेश श्रीवास्तव बताते हैं कि पहले से लोगों में जागरुकता बढ़ी है।

भोपाल एम्स ने जारी की एडवाइजरी

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ने दिवाली मनाने को लेकर एडवाइजरी जारी की है। बताया गया है कि ज्यादा आवाज करने वाले पटाखे चलाते समय कान में रुई लगा लें। वहीं, सांस की समस्या वाले व्यक्ति घर के अंदर ही रहें। जलने की अवस्था में तुरंत उस पर पानी डालें।
डॉक्टर की सलाह लें।