स्वतंत्र समय, गुना
गुना जिले में लगभग 24 घंटों तक लम्बा दौरा करने के बाद दिग्विजय सिंह राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ बुधवार को हवाई अड्डे पर पत्रकारों से मुखातिब हुए। राजस्थान के डिप्टी सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद देश का मिजाज और माहौल बदला है। पायलट ने हिमाचल और कर्नाटक का उदाहरण देते हुए बताया कि इन राज्यों में भाजपा का डबल इंजन मॉडल फेल हुआ है इनके इंजन हर जगह सीज़ हो रहे हैं। कुछ ऐसा ही मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाला है। सचिन पायलट के मुताबिक लोग भाजपा से ऊब चुके हैं और पूरा देश बदलाव चाहता है। राजस्थान में हर साल के बाद सरकार बदलने की परम्परा को सचिन पायलट ने इस बार टूटने की बात कही है। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि इस बार राजस्थान के लोग कांग्रेस की सरकार को रिपीट करने वाले हैं। वार्ता में जिला अध्यक्ष मेहरबान सिंह, महावीर पंड्या, नुरुलहसन नूर, हरि विजयवर्गीय, विश्वनाथ तिवारी, निकलंक जैन, रजनीश शर्मा, शेखर वशिष्ठ, वीरेंद्र सिसौदिया, विक्रम तोमर, दीपेश पाटनी, हर्ष मेर, राजकुमार अग्रवाल, छोटू शिमला सहित अनेक कांग्रेसजन मौजूद थे।
भाजपा हिंदुओ को आपस मे बांट रही: दिग्विजय सिंह ने प्रादेशिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेबाकी से राय व्यक्त की। संसद से लगातार सांसदों की सदस्यता निलंबित करने के मामले में दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह आलोचक सांसदों की सदस्यता खत्म करना चाहती है। पीएम मोदी और अमित शाह द्वारा लगातार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर उनके बेटों को सीएम बनाने की मंशा से जुड़े आरोपों का जवाब देते हुए पूर्व सीएम ने दावा किया कि भाजपा मूल मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहता है। पीएम और गृहमंत्री महंगाई, बेरोजगारी पर बात क्यों नहीं कर रहे हैं? राम मंदिर निर्माण में भाजपा द्वारा कांग्रेस पर रुकावट डालने के आरोपों को भी दिग्विजय ने सिरे से खारिज कर दिया। दिग्विजय ने कहाकि भाजपा पहले हिंदू-मुसलमानों को बांटती थी अब हिंदुओं को आपस में बांट रही है। उनकी नीति ही फूट डालो और राज करो की रही है। कर्नाटक में यह तरीका फेल हो चुका है।
व्यापमं पहला ऐसा मामला जिसमें देने वालों को जेल, लेने वाले बच गए
अमित शाह की चांचौड़ा और राघौगढ़ विधानसभा में चुनावी सभा को लेकर दिग्विजय ने कहाकि पूरे प्रदेश में ऐसा लग रहा है मानो भाजपा को स्थानीय नेताओं पर विश्वास नहीं रहा है। व्यापमं मुद्दे पर एक दिन पहले लक्ष्मीगंज में आयोजित चुनावी सभा में दिए गए बयान को आगे बढ़ाते हुए दिग्विजय ने बताया कि कांग्रेस इस मुद्दे की जांच कर रही थी। व्यापमं में पैसे लेने वालों का बचाव किया जा रहा था और देने वाले जेल चले गए थे। यह अनोखा मामला था। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विधानसभा चुनाव के बीच निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर भी संदेह जताया।