किसके सिर सजेगा सेहरा, अभी से कयास लगने शुरू

 स्वतंत्र समय,  कटनी

कटनी जिले की चारों विधानसभा सीटों में आज मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा हर संभव व्यवस्थाएं की गई थी। मतदाताओं ने  किसके हक में जीत का फैसला सुना दिया इसका खुलासा तो 3 दिसंबर को ही होगा। लेकिन प्रारंभिक रुझान जिस तरह से आ रहे हैं उससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार मुड़वारा और विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला बेहद करीबी होगा। इन दो विधानसभा क्षेत्रों में हालांकि वास्तविक मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। लेकिन बात करें मुड़वारा की तो यहां पर जीत हार का फैसला करने में काफी अहम भूमिका निर्दलीय प्रत्याशी निभा सकते हैं। यदि निर्दलीय प्रत्याशियों ने अच्छे खासे वोट हासिल कर लिए तो फिर भाजपा को मुड़वारा से सीट गंवानी भी पड़ सकती है।

बड़वारा में कांग्रेस का दबदबा

अगर बड़वारा विधानसभा चुनाव के प्रारंभिक रुझान के संबंध में चर्चा की जाए तो वहां पर वर्तमान में एक बार फिर कांग्रेस अपना दबदबा कायम रखने में कामयाब होती हुई दिखाई दे रही है। दोनों भाइयों की लड़ाई में गीता सिंह ने किसको कितना नुकसान पहुंचाया है यह तो 3 तारीख को ही पता चलेगा। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि कांग्रेस शायद एक बार फिर बड़वारा से जीत हासिल करने में कामयाब हो जाए।

बहोरीबंद में महतो से खतरा

बहोरीबंद विधानसभा की बात करें तो वहां पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों को शंकर महत्व से खतरा है। शंकर महतो जीत से शायद दूर हो लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों की जड़े हिला कर रख दी हैं। उन्होंने कांग्रेस को ज्यादा में नुकसान पहुंचा है या फिर भाजपा की वोट हथिया ली हैं इसका परिणाम आना शेष है, लेकिन तब तक के लिए महतो बहोरीबंद में अपनी छाप छोडऩे में कामयाब होते दिखाई दे रहे हैं।

दादा जीते या भईया…

विजयराघवगढ़ विधानसभा का चुनाव इस बार बेहद दिलचस्प मोड पर जा पहुंचा है। यहां पर जीत हार का अंतर काफी कम होने के आसार हैं। यहां कांग्रेस के दादा की जीत होगी या फिर भाजपा के भैया की यह तो 3 दिसंबर को ही पता चलेगा, लेकिन फिलहाल दोनों ही विजय का जश्न मनाते दिखाई दे रहे हैं। जीत को लेकर दोनों के अपने-अपने दावे हैं किसके दावे सच साबित होते हैं इसका इंतजार अब जिले वासियों को है।

जैसवाल या जैन किसके जीत के सपने पर लगेगा बैन

मुड़वारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी संदीप जायसवाल एवं कांग्रेस प्रत्याशी मिथिलेश जैन के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। मुड़वारा विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति विनायक दीक्षित एवं संतोष शुक्ला जीत से दूर तो दिखाई देते हैं। तो आम आदमी पार्टी वोटो में घात लगाती दिखी। तो सपा ने कांग्रेस के वोट पर कितनी सेंध लगाई ये तो बाद में पता चलेगा। लेकिन ये  चारो  दोनो बड़े दलों  लिए घातक जरूर साबित हो रहे हैं। मुड़वारा में जीत हार का फैसला इन दोनों ही बागी निर्दलीय प्रत्याशियों के वोटिंग प्रतिशत पर भी निर्भर करता है। यदि निर्दलीय प्रत्याशियों को एक बार फिर जनता ने अच्छे खासे वोट दे दिए तो फिर कांग्रेस की किस्मत मुड़वारा में चमक सकती है। हालांकि यह सभी रुझान अभी प्रारंभिक हैं।

असल परिणाम तो 3 दिसंबर को ही आएंगे, लेकिन तब तक चुनावी चर्चा होती ही रहेगी।