स्वतंत्र समय, ग्वालियर
विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद ग्वालियर की छह विधानसभा के 90 प्रत्याशियों का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। यह ईवीएम ग्वालियर के एमएलबी कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम में रखी गई हैं। अब 16 दिन एक सैकड़ा जवानों की कड़ी सुरक्षा में जनता का यह अभीमत रहेगा।
स्ट्रांग रूम के बाहर ट्रिपल लेयर सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। पहली लेयर में बीएसएफ, दूसरी लेयर में एसएफ और आखिर में स्थानीय जिला पुलिस का बल रहेगा। इसके लिए करीब एक सैकड़ा जवान, तीन टीआई व एक सीएसपी विशेष तौर पर तैनात रहेगा।
हर कोने पर जवान, सीसीटीवी कैमरे
स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए हर कोने व चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात किए गए हैं। उसके साथ ही एक सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। पूरे परिसर में करीब आधा सैकड़ा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिससे पूरे स्ट्रांग रूम और वहां तैनात जवानों पर नजर रखी जा सके। इन सीसीटीवी कैमरों से कनेक्ट एक बड़ी स्क्रीन बाहर लगाई गई है जहां से सभी जवान और अंदर के माहौल पर निगरानी रखी जाएगी। कांग्रेस व भाजपा नेताओं ने भी निगरानी के लिए स्ट्रांग रूम के बाहर डेरा जमा लिया है।
सोलह दिन बाद खुलेंगी ईवीएम
विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद मतदान दलों ने देर रात तक ईवीएम एमएलबी कॉलेज में जमा कराई हैं। स्ट्रांग रूम में लॉक की गई ईवीएम मशीनें को अब तीन दिसंबर को मतगणना के दिन बाहर निकाला जाएगा। सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस और अर्द्ध सैनिक बल के जवान लगाए गए हैं, जिससे गड़बड़ी की संभावना ना रहे।
यह रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में एक एएसपी, दो सीएसपी के साथ ही तीन निरीक्षक व करीब 100 जवान लगाए गए हैं। जिसमें स्ट्रांग रूम के बाहर बीएसएफ, उसके बाद एसएएफ और बाहरी सुरक्षा के लिए जिला पुलिस के जवान लगाए गए है। जो राउंड द क्लॉक तैनात रहकर सुरक्षा व्यवस्था संभालेगी। इसके साथ ही स्ट्रांग रूम के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरें लगाए गए हैं जो बगैर पलक झपकाए निगरानी करेंगे।
प्रशासनिक अफसर करेंगे मॉनीटरिंग
स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में किसी तरह की चूक ना हो इसके लिए पुलिस और प्रशासन की अलग-अलग टीमें तैयार की गई हैं, जो लगातार मॉनीटरिंग कर चुनाव आयोग को इसकी रोजाना की रिपोर्ट करेंगे। जिससे किसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप ना लगने पाए।
किसी को नहीं है प्रवेश की अनुमति
स्ट्रांग रूम में बंद ईवीएम मशीन के पास तक जाने की किसी को भी अनुमति नहीं है और मॉनीटरिंग कर रहे अफसर भी बाहरी क्षेत्र तक जा सकेंगे, साथ ही पुलिस जवानों के पास तक सिर्फ प्रत्याशी और अफसरों को जाने की अनुमति है।
पुलिस का कहना
इस मामले में एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए कड़ी व्यवस्था लगाई गई है। पूरा परिसर सीसीटीवी कैमरे से लैस है। स्ट्रांग रूम के बाहर बीएसएफ, फिर एसएएफ और आखिरी में स्थानीय पुलिस बल सुरक्षा की कमान संभाल रहा है।