स्वतंत्र समय, रतलाम
चुनावी अड़ंगे के कारण शहर की दो प्रमुख सडक़ों को फोरलेन बनाने का काम भी लगभग ठप पड़ा है। इसमें पहली रविदास चौकसे करमदी के पास तक जा रही 4.1 किमी लंबी सड़क है। 27 करोड़ के खर्च से इसे 10 से 12 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। यह आधी डामर और आधी सीमेंट कांक्रीट की बनेगी।
दूसरी जावरा फाटक से सेजावता फंटे तक की सड़क है। 17 करोड़ के खर्च से इस 2.9 किमी सडक़ को भी 14 मीटर चौड़ा किया जा रहा है। यह डोसीगांव तक सीमेंट कांक्रीट तथा उससे आगे सेजावता फंटा तक डामर की बनेगी। मेडिकल कॉलेज तिराहा से प्रारंभ होकर सेजावता फंटे तक 3.2 किमी लंबा बायपास अभी टू लेन बना हुआ है। यातायात बढऩे के कारण इसे 14 मीटर चौड़े फोरलेन में तब्दील किया जा रहा है।
सीमेंट कांक्रीट के फोरलेन निर्माण पर 18.5 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि शहर का भारी यातायात कम हो जाएगा। अभी रतलाम-बांसवाड़ा और महू-नीमच हाईवे सालाखेड़ी-फव्वारा चौक-कॉन्वेंटस्कूल-दो बत्ती चौराहा से सैलाना बस स्टैंड तक जाने वाले फोरलेन से जुड़ा हुआ है। इंदौर से आकर बांसवाड़ा तरफ जाने वाली बस, ट्रक सहित अधिकांश भारी वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं। बंजली बायपास फोरलेन होने से इन्हें एक बेहतर विकल्प मिल जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने सितंबर अंत में इसके टेंडर फाइनल कर दिए थे। चौड़ीकरण के लिए रोड के आसपास के पेड़ों की कटाई चालू ही हुई थी कि 9 अक्टूबर को आचार संहिता लग गई। इससे कामरुक गया। 5 दिसंबर को विधानसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म हो जाएगी। इसके बाद फोरलेन का काम तेजी से होगा। इसके लिए लोनिवि ने ठेकेदार को रिमाइंडर कर दिया है।
सिटी फोरलेन संख्या 6 हो जाएगी
तीन नए फोरलेन बनने के बाद सिटीफोरलेन की संख्या 6 हो जाएगी। राम मंदिर से ऑरों आश्रम (सैलानारोड) तक शहर का पहला सिटी फोरलेन था। उसके बाद जावरा अंडर ब्रिज सेसालाखेड़ी और बाजनाबस स्टैंड से वरोठ मातामंदिर (सागोद रोड)फोरलेन बन चुके हैं। वहींबाजना बस स्टैंड से मोतीनगर तिराहे तक काफोरलेन बनकर तैयार होगया है।