मध्य प्रदेश के 21 शहरों में रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचा

स्वतंत्र समय, भोपाल

हवा का रुख लगातार उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। इस वजह से प्रदेश में न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में गिरावट बनी हुई है। इसी क्रम में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात प्रदेश में सबसे कम 11.4 डिग्री सेल्सियस तापमान गुना एवं ग्वालियर में दर्ज किया गया। प्रदेश के 21 शहरों में रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक हवाओं का रुख बदलने से रविवार से न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। हवाओं का रुख भी अभी उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। उत्तर भारत में वातावरण काफी ठंडा है। इस वजह से वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में कमी बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना तूफान मिथिला बांग्लादेश के तट से टकराने के बाद कमजोर पडकऱ कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर आगे बढ़ गया है। उधर अफगानिस्तान के आसपास बना पश्चिमी विक्षोभ भी कमजोर है। इ३स वजह से उसका मध्य प्रदेश के मौसम पर विशेष असर पडऩे की संभावना कम है। हालांकि शनिवार से हवाओं का रुख बदलकर दक्षिणी एवं दक्षिण-पूर्वी होने के आसार हैं। इस वजह से रविवार से दिन एवं रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने की संभावना है। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में नवंबर के अंतिम सप्ताह में अच्छी ठंड पडऩे की संभावना है।

सर्दी अपना असर धीरे-धीरे दिखाने लगी है

जम्मू-कश्मीर में पहाड़ों में बर्फबारी होने और वहां से टकराकर आने वाली उत्तरी हवा के चलते अब सर्दी अपना असर धीरे-धीरे दिखाने लगी है। इसके चलते लगातार दूसरे दिन प्रदेश में सबसे ठंडी रात ग्वालियर की रही। ग्वालियर का न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री दर्ज किया गया। इतना ही नहीं ग्वालियर का रात पारा पचमढ़ी से भी कम रिकॉर्ड हुआ है। पचमढ़ी का न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहर में विजिबिलिटी भी घटकर आधी रह गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है। दिवाली के एक सप्ताह बाद अब आखिरकार तेज ठंड ने दस्तक दे ही दी है। बीते कुछ दिनों से लगातार पारे में गिरावट दर्ज की जा रही है। शुक्रवार को ग्वालियर सबसे ठंडा जिला रहा। यहां तापमान 11.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसके अलावा खरगोन और मंडला में दिन का अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के माने तो वर्तमान में उत्तर भारत क्षेत्र में कोई भी प्रभावी वेदर सिस्टम एक्टिव नहीं है।
हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। इस वजह से दिन-रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। अगले हफ्ते एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में सक्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं, उसके बाद हवाओं का रुख बदलने से तापमान में धीरे-धीरे कुछ बढ़ोतरी होने के भी आसार हैं और बादल छाएंगे, लेकिन इसके जाते ही ठंड का असर तेज होगा और तापमान में भी गिरावट आना शुरू हो जाएगी। मतलब साफ है आने वाले दिनों में प्रदेश के लोगों को कड़ाके की ठंड के लिए तैयार रहना होगा।
विनोद / 18 नवम्बर 23