चकरामपुर में हुए ट्रिपल हत्याकाण्ड मामले में 14 आरोपी गिरफ्तार

 स्वतंत्र समय, शिवपुरी

नरवर थाना क्षेत्र चकरामपुर गांव में हुए ट्रिपल मर्डर केस में 14 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि 17 नवंबर की रात पुरानी रंजिश के चलते चकरामपुर गांव में भदौरिया परिवार पर गांव के एक कुशवाह परिवार ने हमला बोल दिया। इस मामले में पुलिस ने 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
करैरा थाना प्रभारी सुरेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि चकरामपुर गांव में ट्रिपल हत्याकांड के मामले में पहले आईपीसी की धारा 147, 148, 149,307,435,323,324 में 11 नामजद और करीब 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। तीन लोगों की मौत के बाद ह्त्या की धाराओं का इजाफा किया था। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया के निर्देशन में नरवर, करैरा, अमोला, सीहोर चार थानों की अलग-अलग टीम बनाई गई। सभी टीमों ने 36 घंटे के अन्दर14 आरोपी राम सिंह पुत्र ज्वाला प्रसाद कुशवाह, देशराज पुत्र धनीराम कुशवाह, खुमान सिंह पुत्र मुंशी कुशवाह, मेहरवान सिंह पुत्र बारेलाल कुशवाह, विष्णु पुत्र प्रागीलाल कुशवाह, गोपाल सिंह पुत्र भजन सिंह कुशवाह, सोनू पुत्र प्रेम सिंह कुशवाह, गोलू उर्फ शिवकुमार पुत्र किलोल सिंह कुशवाह, दामोदर पुत्र श्यामलाल कुशवाह, वीर सिंह पुत्र पुन्नालाल कुशवाह, अखिलेश पुत्र वीर सिंह कुशवाह, परमाल पुत्र भागीरथ कुशवाह, मुकेश पुत्र मुंशीराम कुशवाह, राय सिंह पुत्र भगवान सिंह कुशवाह को गिरफ्तार कर आरोपियों से घटना में प्रयुक्त एक कट्टा, कुल्हाड़ी, सरिया, लुंहागी, लाठी जप्त किये गये है सभी आरोपियों को न्यायालय पेश कर जेल भेजा गया है।

यह था पूरा मामला

ग्राम चकरामपुर में आज से करीब दो माह पूर्व गणेश चतुर्थी पर जुलूस में डीजे पर गाना बजाने को लेकर योगेन्द्र उर्फ भोला भदौरिया और वीर सिंह कुशवाह आदि में विवाद हुआ था तब दोनो तरफ से एफआईआर हुई थी। उसी विवाद की रंजिश पर से दिनांक 17 नवंबर की रात करीब 09 बजे योगेन्द्र उर्फ भोला भदौरिया अपने चाचा लक्ष्मण से मामा के लङके सौरभ और अमर सिंह भाई राजेन्द्र के साथ बोलेरो गाड़ी से रिश्तेदार को देखकर ग्वालियर से घर ग्राम चकरामपुर आ रहे थे। जैसे ही वीर सिंह कुशवाह के घर के सामने पहुंचे उसी समय अखिलेशकुशवाह, वीर सिंह कुशवाह, परमाल कुशवाह, विष्णु कुशवाह, गोपाल कुशवाह, रणवीर सिंह कुशवाहं रामसिंह कुशवाह,रायसिंह कुशवाह, महरवान सिंह कुशवाह, गोलू उर्फ शिवकुमार कुशवाह, मुकेश कुशवाह और अन्य 20 से 25 व्यक्ति एक राय होकर आए और बुलेरो गाड़ी को घेर लिया। वीर सिंह ने गाड़ी पर पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी। तब योगेन्द्र उर्फ भोला गेट खोलकर भागा था तभी अखिलेश कुशवाह, रणवीर सिंह कुशवाह दोनों ने जान से मारने की नियत से कट्टे से फायर किए थे। जिसमें योगेंद्र बाल बाल बच गया फिर मुकेश ने योगेंद्र की जान से मारने की नियत से कुल्हाड़ी मारी तथा सभी लोगों ने एक राय होकर जान से मारने की नीयत से योगेंद्र की मारपीट की और सभी लोगों ने लक्ष्मण सिंह, सौरभ, अमर सिंह, राजेन्द्र की जान लेने की नीयत से लुंहागी, लाठी, सरिया, कुल्हाड़ी से मारपीट की जब फरियादी की मां आशा देवी और पिता मुन्ना सिंह बचाने आए तो सभी ने उनकी जान से मारने की नीयत से लाठी, सरिया, कुल्हाडी, लुंहागी से मारपीट कर दी। आग लगाने से अमर सिंह जल गया सभी के हाथ, पैर, सिर और शरीर में गंभीर चोटें आई थी। इसके हमले के बाद घायलों को उपचार के लिए ग्वालियर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान आशा देवी, भतीजा हिमांशु सेंगर और लक्ष्मण भदौरिया की मौत हो गई।

आरोपियों के घर पर गरजी जेसीबी, 3 मकान जमींदोज

जिले के चकरामपुर गांव में 17 नवंबर शुक्रवार को मतदान के बाद दो गुटों में कुशवाह और भदौरिया परिवार में खूनी संघर्ष में एक पक्ष के तीन लोगों की मौत के बाद और नरवर पुलिस थाने के सामने सडक़ पर क्षत्रिय समाज द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद हरकत में आए प्रशासन ने शनिवार की देर शाम आरोपियों के घर पर बुलडोजर चला कर जमींदोज करने की कार्यवाही को अंजाम देकर पीडि़त पक्ष के आक्रोश को कम करने की कोशिश की है। बुलडोजर कार्यवाही के दौरान प्रशासन द्वारा चकरामपुर में आरोपियों के तीन मकानों को जमींदोज किया गया है।