स्वतंत्र समय, बरेली
उदयपुरा-बरेली विधानसभा क्षैत्र क्रं. 140 में 17 नवम्बर को रिकार्ड 81.15 प्रतिशत मतदान हुआ। उदयपुरा, देवरी, बरेली तहसीलों के साथ बाड़ी तहसील के भारकच्छ कलां सर्किल को मिला कर बनी विधानसभा में कुल 261320 मतदाता है। इनमें से 213787 मतदाताओं ने मतदान किया और पिछले सभी चुनावों को पीछे करते हुए इस बार रिकार्ड 81 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। 136288 पुरूष मतदाताओं में से 114800 ने एवं 125027 महिलाओं में से 98984 महिलाओं ने मतदान किया गया। विधानसभा में कुल 308 मतदान केन्द्र बनाये गए थे। इइनमें से 207 मतदान केन्द्रो पर 80 प्रतिशत से अधिक रिकार्ड मतदान की स्थिति रही।
नर्मदा किनारे-किनारे विधानसभा
उदयपुरा, बरेली विधानसभा में कुल 7 उम्मीदवार थे। मुख्य मुकाबला भाजपा के नरेन्द्र शिवाजी पटैल एवं कांग्रेस के देवेन्द्र पटैल के बीच बना रहा। दौनों के बीच कांटे का चुनावी मुकाबला बना रहा। विधानसभा क्षैत्र देवरी तहसील के आखिरी मतदान केन्द्र से पूरी उदयपुरा, बरेली तहसीलों के साथ नर्मदा मैया के किनारे-किनारे भारकच्छ कलां तक लगभग 120 कि.मी. लंबाई लगभग 20-25 कि.मी. चौडाई में फैली हुई है। विधानसभा में सबसे अधिक किरार समाज के मतदाताओं की संख्या के साथ ब्राम्हण, राजपूत, पुर्विया, लोधी, मुस्लिम, रघुवंशी, ढीमर, जैन, साहू, आदिवासी, अनुसूचित जाति के मतदाताओं सहित 261320 मतदाता संख्या है।
308 में से 207 केन्द्रों पर 80 प्रतिशत से अधिक मतदान
उदयपुरा विधानसभा 140 में मतदान के लिए 308 मतदान केन्द्र बनाये गए थे। मुख्य रूप से भाजपा, कांग्रेस के बीच चुनावी संघर्ष बना रहा। दौनों दलो के नगरीय एवं ग्रामीण क्षैत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा अपने अपने पक्ष में मतदान के लिए दिन रात परिश्रम संपर्क प्रचार अभियान चलाया गया। 17 नवम्बर को मतदान के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की सक्रियता और परिश्रम के साथ लाडली बहना योजना का व्यापक असर दिखलाई दिया। इसी के साथ राम मंदिर का मुद्दा, मुफ्त अनाज, पीएम आवास योजना इत्यादि के असर से पूर्व में हुए सभी विधानसभा चुनावों को पीछे छोड़ते हुए 81.15 प्रतिशत रिकार्ड मतदान हुआ। 308 में से 207 मतदान केन्द्रों पर 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, यह भी अपने आप में विशेष रिकार्ड बन गया है।
25 केन्द्रों पर 90 प्रतिशत से अधिक मतदान
सभी के प्रयासों, विशेष कर महिलाओं की सक्रिय भागीदारी मतदान के कारण विधानसभा क्षैत्र में ऐसे 25 मतदान केन्द्र रहे, जहॉ 90 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। सबसे अधिक ग्राम जैतपुरा के मतदान केन्द्र क्रं. 35 पर 96 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। इसी के साथ केन्द्र 23 किशनपुर में 93 प्रतिशत, केन्द्र 24 डूमर में 95 प्रतिशत, केन्द्र 32 समनापुर काछी में 90 प्रतिशत, केन्द्र घुरेला में 92 प्रतिशत, केन्द्र 38 जमुनिया में 91 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। केन्द्र 41 धंाधला में 90 प्रतिशत, केन्द्र 50 कन्हैयापार में 92 प्रतिशत, केन्द्र 61 गुरारिया में 92 प्रतिशत, केन्द्र 62 धोखेडा में 92 प्रतिशत, केन्द्र 112 किनगी में 91 प्रतिशत, केन्द्र 113 नयागांव कलां में 90 प्रतिशत, केन्द्र 119 मगरधा में 90 प्रतिशत, 120 उमरिया में 92 प्रतिशत, 121 पांजरा विजयसिंह में 94 प्रतिशत, केन्द्र 122 सतरावन में 91 प्रतिशत, केन्द्र 130 बम्होरी पंडा में 90 प्रतिशत, केन्द्र 138 बरहा कलां में 92 प्रतिशत, 139 बरहा कलां केन्द्र पर 90 प्रतिशत से अधिक मतदान की स्थिति रही। केन्द्र 146 कैलकच्छ में 92 प्रतिशत, केन्द्र 147 जोहर बरहा में 92 प्रतिशत, केन्द्र 149 बनियाखेडी में 92 प्रतिशत, केन्द्र 157 नयागांव खुर्द में 92 प्रतिशत, केन्द्र 220 कढेली कलां में 90 प्रतिशत, केन्द्र 243 बीसाबाडी में 92 प्रतिशत, केन्द्र 244 घाना कुन्डा में 92 प्रतिशत से अधिक मतदान की स्थिति रही।
लग रहे कयास
विधानसभा क्षैत्र में रिकार्ड 81 प्रतिशत से अधिक हुआ मतदान ने भाजपा, कांग्रेस के उम्मीदवारों एवं नेताओं के दिलों की धडकने बढा दी है। बढा हुआ भारी मतदान किसके लिए लाभ-जीत का कारण और हार का कारण बन सकता है। कयासों का दौर जारी है। आमजन और भाजपा नेताओं के बीच लाडली बहना योजना का प्रत्यक्ष लाभ, राम मंदिर का निर्माण, मुफ्त अनाज, पीएम आवास योजना के साथ भाजपा की ओर से विधानसभा क्षैत्र 7 स्टार प्रचारकों, सीएम योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटैल की बडी-बडी सभाओं से माहौल और मतदान भाजपा के पक्ष मे होने की चर्चा की जा रही है। वही कांग्रेस के नेता 18 साल से भाजपा की सरकार के प्रति असंतोष, महंगाई इत्यादि के प्रति मतदाताओं में गहरा असंतोष मानकर बढा मतदान कांग्रेस के पक्ष में माना जा रहा है। अब भाजपा, कांग्रेस के नेताओं, उम्मीदवारों के साथ आम मतदाताओं को 3 दिसम्बर को परिणाम आने का बेसब्री से इंतजार बना हुआ है।