एजेंसी, नई दिल्ली
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है। राहुल को पीएम मोदी को पनौती कहने वाले बयान को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर 25 नवंबर तक जवाब देने को कहा है। दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खडग़े के बयान पर आपत्ति दर्ज कराते हुए बीजेपी नेताओं ने कार्रवाई की मांग की थी। पार्टी महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल, ओम पाठक सहित पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग से शिकायत करते हुए ज्ञापन भी सौंपा था। सौंपे गए ज्ञापन में खडग़े और राहुल के खिलाफ धोखाधड़ी, आधारहीन और अपमानजनक आचरण के लिए उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई थी। इस पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर 25 नवंबर तक जवाब देने को कहा है।
देश के 130 करोड़ जन का अपमानः विजयवर्गीय
क्रिकेट वल्र्ड कप में पनौती वाले राहुल गांधी के बयान सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। नेता एक दूसरे पर चुनाव के बाद भी आरोप और सियासी बयानों का तीर चला रहे हैं। दरअसल अहमदाबाद में 19 नवंबर को आयोजित इस मैच को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे। चुनाव में प्रचार में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिना किसी का नाम लिए पनौती शब्द का इस्तेमाल किया था। इंदौर में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए इसे देश के 130 करोड़ जनता का अपमान बताया है। विजयवर्गीय ने मीडिया से कहा कि राहुल के संस्कार ही ऐसे हैं। उनको पता ही नहीं है कि देश का प्रधानमंत्री क्या होता है, उसका सम्मान क्या होता है? उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री जो दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं, शायद यह उनका फ्रस्ट्रेशन है और मैं समझता हूं कि यह प्रधानमंत्री का नहीं देश की 130 करोड़ जनता का अपमान है। विजयवर्गीय ने कहा कि इसका निर्णय खुद जनता तय करेगी।
राहुल गांधी के बयान की कड़े शब्दों में निंदा
विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के संस्कार क्या हैं? ये जनता फैसला करेगी। इसको कोई भी बर्दाश्त नहीं करेगा और मैं राहुल गांधी के इस बयान की बहुत कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। कांग्रेस नेताओं की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि पूरे कांग्रेस के लोगों से कहता हूं कि जरा सिखाएं राहुल गांधी को और उन्हें संस्कार दें। राहुल गांधी को बताएं कि भारत के संस्कार और संस्कृति कैसी है।