स्वतंत्र समय, भोपाल
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है कि जिस तरह से बालाघाट में पोस्टल बैलेट से छेड़छाड़ हुई थी, ठीक उसी तरह से चंबल के भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट पर गड़बड़ी हुई है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है कि जिस तरह से बालाघाट में पोस्टल बैलेट से छेड़छाड़ हुई थी, ठीक उसी तरह से चंबल के भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट पर गड़बड़ी हुई है। यहां भी पोस्टल बैलेट के साथ छेड़छाड़ की गई है। दिग्विजय सिंह ने इस मामले में कार्रवाई के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को पत्र लिखा है।
दिग्विजय सिंह ने अपने इस पत्र के जरिए भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का ट्रांसफर भी करने का भी अनुरोध किया है। दिग्विजय सिंह का आरोप है कि भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव निष्पक्षता के साथ काम नहीं कर रहे हैं और उनके रहते यहां काउंटिंग के समय भी परेशानियां आएंगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त को संबोधित पत्र में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि मतदान वाले दिन यानी 17 नवम्बर को भिंड जिले के लहार विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से जुड़े एजेंट्स को पोलिंग बूथ के अंदर जाने से रोका गया। इतना ही नहीं हमारे जो एजेंट्स पोलिंग बूथ के अंदर थे, उन्हें भी पीठासीन अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों ने जबरदस्ती बाहर कर दिया। सिंह ने दावा किया है कि बूथ में लगे सीसीटीवी कैमरों में इसे देखा जा सकता है। यह रिटर्निंग अधिकारियों के हैंडबुक में उल्लेखित नियमों का घोर उल्लंघन है। दिग्विजय ने शिकायती पत्र में आगे सनसनीखेज दावा करते हुए लिखा है कि लहार विधानसभा क्षेत्र के 500 से ज्यादा शासकीय कर्मचारियों को पोस्टल बैलट इश्यू नहीं किए गए हैं।
सिंह के मुताबिक 11 नवंबर को ही इसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। इस तरह 500 से अधिक कर्मचारियों को उनके मताधिकार से वंचित रखा गया। यह चुनाव नियमों का उल्लंघन है।
पोस्टल बैलेट के रखे जाने की जानकारी एजेंट को नहीं दी: दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि लहार विधानसभा में ही कांग्रेस प्रत्याशी और इलेक्शन एजेंट को यह जानकारी तक नहीं दी गई कि पोस्टल बैलट कहां रखे गए हैं। बाद में राज्य निर्वाचन आयुक्त के हस्तक्षेप से 19 नवंबर की रात जानकारी मिली कि पोस्टल बैलट लहार के आईटीआई में रखे गए हैं। इसके अगले दिन यानी 20 नवंबर की सुबह इलेक्शन एजेंट नरेश सिंह चौहान, नवनीत शर्मा के साथ निरीक्षण करने आईटीआई पहुंचे तो यहां पोस्टल बैलट में छेड़छाड़ पाई गई। पूर्व सीएम सिंह के मुताबिक जिन बॉक्स में पोस्टल बेलेट्स को रखा गया था, उनमें से कुछ की सील टूटी हुई थी। साथ ही पोस्टल बैलेट्स का बंडल बनाकर उन्हें अलग-अलग बक्सों में रखा जा रहा था। इलेक्शन एजेंट नरेश सिंह ने जब इसे लेकर आपत्ति जताई तो कहा गया कि ये सब कुछ चुनाव अधिकारी यानी भिंड कलेक्टर के निर्देश पर किया जा रहा है। सिंह ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मांग की है कि भिंड के कलेक्टर पर नियमों के गंभीर उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाए। उनका भिंड से ट्रांसफर किया जाए।