स्वतंत्र समय, भोपाल
स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ती भाजपा में अब सीएम पद को लेकर दिग्गजों के अपने अपने बयान सामने आ रहे हैं। आंकड़ों के आधार पर बीजेपी ने अपनी जीत कंफर्म मान ली है कि मप्र में बीजेपी सरकार ही बन रही है। ऐसे में बीजेपी के अंदर अब सीएम बनने को लेकर अटकलें शुरू हो गई है। रिजल्ट आने से पहले ही बीजेपी के तम्माम दिग्गज नेताओं नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल और नरोत्तम मिश्रा इन सभी ने पिछले 24 घंटे में मुख्यमंत्री को लेकर अपने अपने बयान दिए हैं। लेकिन इसके विपरीत सबसे बड़ा खुलासा किया है कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत में साफ बोला कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, ये बीजेपी का हाईकमान और विधायक दल की बैठक में तय होगा।
हमने सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा हैः तोमर
सीएम पद को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बीजेपी सामूहिक नेतृत्व वाला दल है, हम सब ने मिल कर चुनाव लड़ा है, परिणाम आ गया है अब तय हो जाएगा। हमारे यहां मुख्यमंत्री चयन की एक विधिवत प्रक्रिया है, जिसे पूरा किया जाएगा और उसके बाद मुख्यमंत्री का चयन होगा।
मैं सीएम पद की दौड़ में नहीं हूं: सिंधिया
सीएम पद को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फिर से कहा है कि मैं सीएम पद की दौड़ में नहीं हूँ, मेरा फोकस सिर्फ बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने में रहा है। सीएम कौन बनेगा और कौन नहीं, ये बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व तय करता है।
मैं कभी सीएम पद का दावेदार नहीं रहा: प्रहलाद
केंद्रीय मंत्री और नरसिंहपुर से भाजपा उम्मीदवार प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि मैंने कहा था कि 2003 को 2023 में दोहराया जाएगा और आज यह नतीजों में देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मैं मप्र की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं।
कैलाश ने लाड़ली बहना को नकारा, मोदी के करिश्मे की बताई जीत
राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि लाड़ली बहना कोई गेमचेंजर नहीं है पर सिर्फ मोदी के करिश्मे की जीत है, क्योंकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तो लाड़ली बहना नहीं थी फिर वहां बीजेपी क्यों जीती। बीजेपी के आलाकमान के पास इतना वक्त नहीं है कि वो शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ किसी तरह की नाराजगी निकाले और चौहान आगे होंगे यह भी हाईकमान तय करेगा। विजयवर्गीय ने माना कि तेलंगाना और मिजोरम में बीजेपी कमजोर है, लेकिन मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी संगठन मजबूत इसलिए बनी सरकार। सीएम कौन बनेगा यह भी हाईकमान तय करेगा।