स्वतंत्र समय, इंदौर
शहर के यातायात को स्मार्ट बनाने के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने गुरुवार को सुध ली और जनप्रतिनिधियों के साथ राजाबाड़ा, इमामाबाड़ा और बर्तन बाजार का जायजा लिया। साथ ही व्यापारियों को समझाइश दी कि सामान दुकान के भीतर रखें और फुटपाथ पर दुकान जमाने वालों को भी रिमूवल गैंग निपटेगी। अधूरे निर्माण कार्यों से त्रस्त दुकानदारों व ठेले पर रोजी चलाने वालों के लिए यह झटका है। निगम ने मुनादी कर दी है और शुक्रवार से एक्शन होगा। बड़ी बात यह है कि इंदौर से महानगर में हॉकर्स जोन के बारे में नगर निगम के पास कोई प्लान नहीं है। इंदौर में बड़ी तादाद में ठेलों, फुटपाथों पर लोग रोजगार कर कमाई कर रहे हैं, नगर निगम को इनका ख्याल नहीं आया। शहर के विकास से इंकार करना सरासर मूर्खता है लेकिन बेरोजगारी बढ़ाना समझदारी नहीं है। महापौर का कदम सराहनीय है लेकिन तकलीफदेह यह है कि स्थायी दुकानदार पहले ही अधूरे निर्माणों से त्रस्त हैं, अब रेहड़ी और फुटपाथ वालों की बारी आ गई है। इससे बेहतर है कि हॉकर्स जोन बनाया जाए। वहीं बढ़ते ट्रैफिक के मद्देनजर राजबाड़ा व बाजार के इलाके नो ट्रैफिक जोन घोषित किए जाएं। यह सोचने लायक बात है कि इंदौर की शान राजबाड़ा को ध्वनि और वायु प्रदूषण और वाहनों की बढ़ती मार से बचाने का फर्ज भी शहर के प्रथम नागरिक का है।
सामान बेचने वालों को समझाइश
- राजस्व प्रभारी निरंजनसिंह चौहान ने बताया कि महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं क्षेत्र 3 के विधायक गोलू शुक्ला शहर के मध्य क्षेत्र राजबाड़ा व आस-पास के क्षेत्रों में दुकानदारों को दुकान के बाहर फुटपाथ व सडक़ किनारे सामान रखकर विक्रय करने वालों को समझाइश दी गई।
- व्यापारियों से अपील की गई कि सामान दुकान के अंदर रखकर ही विक्रय करें। पालन नहीं करने पर निगम सामान की जब्ती करेगा।
- महापौर ने कहा कि शहर के बेहतर यातायात को बनाने के साथ ही राहगीरों के आवागमन को देखते हुए, निगम द्वारा मुहिम चलाई जा रही है।
- समस्त व्यापारियों से अपील की है कि वह अपनी दुकानों के बाहर वाहन पार्किंग ना करते हुए, निर्धारित पार्किग स्थल पर ही वाहन को पार्क करें।
- सिटी बस का भी नियमित समय सीमा में संचालन के साथ ही यहां वहां न खड़ा करने के निर्देश दिए हैं।
इन बाजारों में घूमे महापौर
महापौर भार्गव, विधायक शुक्ला द्वारा राजबाड़ा से दौरा प्रारम्भ कर, राजबाड़ा के उद्यान के चारों ओर, गोपाल मंदिर की गली, अटाला बाजार, गोराकुण्ड चौराहा, खजूरी बाजार, इमामबाड़ा, गोपाल मंदिर के पीछे, बर्तन बाजार, सीतलामाता बाजार, बजाजखाना चौक, मारोठिया बाजार, कपड़ा मार्केट व आस-पास के मुख्य बाजारों में घूमकर समझाइश दी गई।