स्वतंत्र समय, मुरैना
प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री द्वारा पूरे प्रदेश में मंदिर मस्जिद में बजने वाले लाउडस्पीकर को लेकर जारी दिशा निर्देशों का मुरैना में उचित तरीके से पालन नहीं हो रहा है और प्रशासन एवं पुलिस की लापरवाही के चलते रात भर ध्वनि प्रदूषण से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, तो वहीं लोग चैन से सो नहीं पा रहे हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कारोबार संभालने के पश्चात मंदिर मस्जिद में मापदंड के अनुसार ध्वनि प्रदूषण को लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिस पर प्रशासन एवं पुलिस कार्रवाई तो कर रहा है, लेकिन ध्वनि प्रदूषण करने वाले प्रशासन एवं पुलिस पर हावी दिखाई दे रहे हैं। स्थिति यह है कि पूरी रात मुरैना मुख्यालय पर चारों ओर से रामधुन के नाम पर ध्वनि प्रदूषण किया जा रहा है, जिससे छात्र-छात्राएं काफी परेशान है और लोग भी चैन से सो नहीं पा रहे हैं। कोई विरोध करता है, तो ध्वनि प्रदूषण करने वाले तमाम तरह के प्रवचन दे डालते हैं।
डीजे एवं बैंड वालों को दिए सख्त दिशा निर्देश
शुक्रवार की दोपहर पुलिस कॉन्फ्रेंस हॉल में पुलिस अधिकारियों द्वारा शहर के सभी बैंड बाजे संचालक एवं डीजे संचालक को बुलाकर बैठक आयोजित की, जिसमें सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि बिना परमिशन के कहीं भी डीजे व बैंड नहीं बजाए जाएंगे एवं निश्चित मापदंड के तहत ही इनका उपयोग किया जा सकेगा, ऐसा न करने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
दो लोगों पर कोलाहल अधिनियम का मामला दर्ज, साउण्ड किए जप्त
सिटी कोतवाली थाना प्रभारी सुनील खेमरिया ने रात्रि 1:30 बजे भ्रमण के दौरान ध्वनि यंत्रों का तेज आवाज में उपयोग होता देख तीन दिशाओं में यह तहकीकात की, कहां से यह आवाज आ रही है। काफी मशक्कत के बाद 1 घंटे पश्चात पुलिस टीम ध्वनि प्रदूषण फैलाने वालों के घर तक पहुंच गई। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी राजू सिकरवार पुत्र मातादीन सिकरवार हनुमान मंदिर के पास सिद्ध नगर मुरैना एवं आरोपी शेखू भदोरिया निवासी सिद्ध नगर तेज आवाज में ध्वनि यंत्रों का उपयोग कर रहे थे, जिससे लोग प्रभावित हो रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के यहां से ध्वनि यंत्रों को जप्त करते हुए उनके विरुद्ध कोलाहल अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।