इंदौर-देवास-उज्जैन के साथ ही भोपाल मार्ग पर भी समस्या, रेलवे ‘ब्लॉक’ के कारण ‘जनता’ हर तरफ से हो रही ‘ब्लॉक’

स्वतंत्र समय, इंदौर

प्रदेश में रेलवे यातायात का प्रमुख सेंटर इंदौर इस समय ब्लॉक है। इंदौर के प्रमुख मार्ग यानी इंदौर-देवास-उज्जैन के दोहरीकरण और रामगंजमंडी-भोपाल के बीच ब्रॉडगेज रेल लाइन कार्य के लिए रेलवे ने मेगा ब्लॉक लिया है। इस रूट से चलने वाली अधिकांश ट्रेनें कुछ समय के लिए बंद कर दी गई हैं। इसमें कम दूरी के साथ लंबी दूरी की ट्रेनें भी शामिल हैं। कई ट्रेनों का रूट बदला गया है। नए साल के ऐन पहले लिए गए इस ब्लॉक के कारण आने-जाने वाले लोगों का पूरा प्लान गड़बड़ हो गया है।

इधर, इंदौर-देवास-उज्जैन रेल खंड के दोहरीकरण कार्य के कारण रेलवे ने मेगा ब्लॉक लिया है। 15 से 30 दिसंबर तक बरलई से मांगलिया स्टेशन तक लिए गए ब्लॉक के कारण इंदौर से चलने वाली कई ट्रेनों को बदले हुए मार्ग से चलाया जा रहा है, तो कुछ को कैंसल किया गया है। उधर भोपाल मंडल में लिए एक सप्ताह के मेगा ब्लॉक के कारण इंदौर से चलने वाली पांच जोड़ी ट्रेनें कैंसिल की जा रही हैं। 28 दिसंबर से रेलवे ने संत हिरदाराम (बैरागढ़) स्टेशन पर मेगा ब्लॉक लिया है।

डेमू पहले कैंसल, अब इंदौर तक शुरू

पहले महू से इंदौर होकर रतलाम तक चलने वाली डेमू ट्रेन भी कैंसिल की गई थी। महू से प्रतिदिन यात्रा करने वालों की परेशानी को लेकर इंदौर-महू रेल यात्री संघ ने रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा था। मामले की गंभीरता देखते हुए रतलाम मंडल ने ट्रेन को बहाल कर दिया। अब ट्रेन महू से इंदौर तक चलेगी, जबकि इंदौर से रतलाम के बीच कैंसल रहेगी। ट्रेन महू से सुबह 8.55 बजे चलकर 9.35 बजे इंदौर पहुंचती है। इससे प्रतिदिन हजारों यात्री महू से इंदौर काम के लिए आते हैं। अगर यह ट्रेन नहीं चलती तो 16 दिन इंदौर काम के लिए आने वाले नौकरीपेशा लोगों को खासी परेशानी होती।

लोगों की जेब पर भार

ट्रेनों के दो महत्वपूर्ण रूट पर कैंसल करने पर इंदौर से आने-जाने वाले हजारों यात्रियों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। इंदौर-देवास-उज्जैन के बीच 16 दिन के लंबे ब्लॉक के कारण परेशानी तब और बढ़ गई जब भोपाल के बैरागढ़ स्टेशन पर भी 15 दिन का ब्लॉक घोषित कर दिया गया। वर्तमान में ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है। उधर यातायात बंद होने के कारण अब लोगों को मजबूरी में सडक़ मार्ग की तरफ रुख करना पड़ रहा है। बसों और टैक्सियों को रेल यातायात बंद होने की सूचना है और इस कारण अब वह मनमाने किराये वसूल रहे हैं। इससे लोगों की जेब पर भार पड़ रहा है।

2 गुना तक बढ़ाया किराया

जब भी ट्रेनें कैंसल होती है तो बस और टैक्सी वालों की चांदी हो जाती है। इस बार भी यही स्थिति है। खासकर उज्जैन, रतलाम, भोपाल जाने वाली अधिकांश ट्रेनें कैंसिल हैं। इस कारण इन रूटों पर सामान्य रूप से लगने वाले किराये में बढ़ोतरी कर दी गई है। भोपाल का सामान्य किराया 250 से लेकर 350 रुपए लिया जाता था, अब यह 400 रुपए पार हो गया है। हालांकि सिटी बस सर्विस भी 440 रुपए में इंदौर से भोपाल का सफर करवाती है लेकिन रतलाम रूट पर इनकी कम बसें हैं। प्राइवेट बसों ने यहां का किराया भी 200 से बढ़ाकर 350 रुपए तक कर दिया है। उधऱ उज्जैन के लिए चलने वाली बसों का किराया भी बढ़ चुका है।

लंबी दूरी के यात्री भी परेशान

इन मेगा ब्लॉक के कारण लंबी दूरी की ट्रेनें भी शॉर्ट टर्मिनेट या कैंसिल हुई हैं। इन ट्रेनों में काफी समय पहले से बुकिंग करवा चुके यात्री अब परेशान हो रहे हैं क्योंकि इन्हें दूसरे स्थानों से टिकट करवाने पर बुकिंग नहीं मिल रही है। कुछ यात्रियों ने कनेक्टिंग ट्रेनों के आधार पर बुकिंग करवाई थी, वो भी परेशान हो रहे हैं। वहीं बाकी ट्रेनों के लिए इन्हें उज्जैन जाकर ट्रेनें पकडऩा पड़ रही हैं। इन यात्रियों के पास अभी टाइम-टेबल भी नहीं है कि वो ट्रेन कब उज्जैन से निकलेगी या पहुंचेगी। यह यात्री बसों से इतनी अधिक दूरी का सफर भी नहीं कर सकते हैं। इस कारण समस्या और भी बढ़ गई है। यात्रियों के पास अपने निजी वाहनों या प्राइवेट वाहनों में मोटा किराया देकर जाने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं बचा है।

इंदौर-देवास-बरलाई रूट के कारण प्रभावित ट्रेनें

ये ट्रेनें की गई रद्द…

  • 09535 डॉ. आंबेडकर नगर- रतलाम डेमू स्पेशल
  • 09536 रतलाम-डॉ. आंबेडकर नगर डेमू स्पेशल
  • 09354 इंदौर-उज्जैन पैसेंजर स्पेशल
  • 09353 उज्जैन- इंदौर पैसेंजर स्पेशल