मोदी-मोहन की जुगलबंदी में हक अदा तरक्की का एक्सप्रेस-वे बनेगा इंदौर

स्वतंत्र समय, इंदौर

देश के साथ प्रदेश के मुखिया ने 32 साल से हक की लड़ाई लड़ रहे हुकुमचंद मिल के श्रमिकों के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर एक नई इबारत लिख दी। मजदूरों को 254 करोड़ राशि का लिक्विडेटर चेक सौंपा गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑनलाइन संबोधन में कहा कि ‘मेरे लिए देश में चार जातियां सबसे बड़ी हैं- गरीब, युवा, महिलाएं और मेरे किसान भाई। गरीबों की सेवा, श्रमिकों का सम्मान और वंचितों को मान हमारी प्राथमिकता है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर में ‘मजदूरों के हित, मजदूरों को समर्पित’ कार्यक्रम में वर्चुअली जुडक़र कहा कि मुझे खुशी है कि आज अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्म जयंती है। भाजपा की ये नई सरकार और नए सीएम और प्रदेश में ये मेरा पहला सार्वजनिक कार्यक्रम है, वो भी मेरे श्रमिक भाई-बहनों के लिए होना मेरे लिए संतोष का विषय है। इधर डॉ. मोहन यादव की सीएम बनने के बाद पहली अधिकृत इंदौर यात्रा थी जिसमें विकास कार्यों की सौगात देने के साथ ही सीएम ने दर्शाया कि इंदौर विकास का एक्सप्रेस-वे बनने के लिए तैयार है।

मोदी ये बोले…

  • न्याय का दिन बना 25 दिसंबर
  • आज 224 करोड़ रुपए का चेक सौंपा गया। ये राशि श्रमिकों तक पहुंचेगी। आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन अब आपके सामने सुनहरे भविष्य की सुबह है। इंदौर के लोग 25 दिसंबर को श्रमिकों को न्याय मिलने के दिन के तौर पर याद रखेंगे।
  • नई उपलब्धियां हासिल करेगी नई टीम
  • मुझे विश्वास है कि डबल इंजन सरकार को गरीब, श्रमिकों का भरपूर आशीर्वाद मिलेगा। इनका प्यार और आशीर्वाद क्या कमाल कर सकता है, ये मैं अच्छी तरह से जानता हूं। एमपी की नई टीम आने वाले दिनों में नई उपलब्धियां हासिल करेगी। ये मुझे विश्वास है।
  • सबसे बड़ा गोबर गैस प्लांट भी
  • डबल इंजन की नई सरकार को मजदूरों का पूरा सहयोग मिलेगा। प्रदेश की नई टीम ऐसे ही कई उल्लेखनीय कार्य करेगी। कई निवेश किए जा रहे हैं। रोजगार के हजारों अवसर मिलेंगे। अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी। मप्र में पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहे हैं। मप्र में एशिया का सबसे बड़ा गोबर गैस प्लांट भी है।
  • इंदौर की तुलना कभी मैनचेस्टर से होती थी
  • स्वच्छता और स्वाद के लिए मशहूर इंदौर कितने ही क्षेत्रों में अग्रणी रहा है। इंदौर के विकास में यहां के कपड़ा उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। शहर की पहली कॉटन मिल की स्थापना होलकर राजघराने ने की थी। एक समय था जब इंदौर की तुलना मैनचेस्टर से होती थी।

माफ करना दीदी क्रम में तालमेल गड़बड़ा गयाः सीएम

सीएम मोहन यादव ने कहा, ‘जहां कैलाश जी को खड़ा कर दो, वहां जीत निश्चित होती है।’ पूर्व मंत्री उषा ठाकुर का बाद में नाम लेने पर मुख्यमंत्री ने उनसे माफी मांगी। बोले, ‘माफ करना दीदी क्रम में तालमेल थोड़ा-सा गड़बड़ाया है।’ सीएम ने कहा, ‘मैं मजदूर का बेटा हूं, इसीलिए मजदूरों का दर्द समझता हूं।’

5 साल बाद इंदौर का नक्शा देखना : कैलाश

विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ‘आज का दिन इंदौर के इतिहास और विशेषकर मजदूरों के लिए महत्वपूर्ण दिन है। आपने इंदौर में 9 की 9 विधानसभा सीट दी है। 5 साल बाद इंदौर का नक्शा देखना। विश्व के अच्छे शहरों में इंदौर होगा। यह वादा है।’ कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मजदूर के बेटे हैं औऱ वह उनका दर्द समझते हैं। इसलिए उन्होंने शपथ लेने के बाद पहला काम उनके हक में किया। मैं उनका धन्यवाद करता हूं। हमने अहिल्या को नहीं देखा, लेकिन अहिल्या की तरह काम करने वाली ताई को देखा है। मधु भैया ने बड़ा शिकार किया है, उनके लिए ताली बजनी चाहिए, एक नंबर का विधायक कौन है, मैं ही हूं।

रीगल का कटआउट, किंग से लेकर किंगमेकर के भाव… मित्रवत कृपा भी

सोमवार को सीएम के इंदौर आगमन के बीच रीगल तिराहे पर सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ ही कैलाश विजयवर्गीय का अनोखे अंदाज का होर्डिंग चर्चा के साथ ही जनता के बीच कौतुक जगाने वाला रहा। इस होर्डिंग में कैलाश मित्रवत स्वच्छंद मुस्कुराहट बिखेर रहे हैं और उनका हाथ सीएम के कंधों पर है। खास बात यह है कि कैलाश के सामने सीएम झुके और कृतज्ञ भाव के साथ नजर आ रहे हैं। जहां शब्द खामोश हो जाते हैँ, वहां तस्वीरें बोलती हैं। यही इस फ्रेम में नजर आ रहा है। कैलाश इसमें किंग से ज्यादा किंगमेकर वाले भाव में भी हैं, वहीं मोहन का अंदाज बड़े भाई से मित्रवत कृपा पाने जैसा है। होर्डिंग को पुराने दौर के कटआउट वाले अंदाज में लगाया गया है जो आज की पीढ़ी के लिए ताज्जुब और कौतुक जगाने वाला है।

ओलंम्पिक का एक खेल इंदौर में भी हो : महापौर

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कहा है कि जल्द ही भारत में ओलिंपिक करवाने वाले हैं। सीएम से आग्रह है कि ओलिंपिक का एक खेल इंदौर में भी हो। यहां ओलिंपिक स्टैंडर्ड का एक कुश्ती मैदान और एकेडमी की ट्रेनिंग की तैयारी ओलंपिक से पहले हो जाए।’

1652 वीं बैठक के साथ संघर्ष का अंत

इंदौर में मिल की यह कानूनी लड़ाई 32 साल से मजदूर लड़ रहे थे। रविवार को इसे लेकर मजदूर नेताओं की 1652वीं बैठक हुई, लेकिन यह बैठक संघर्ष के अंत की थी। कुल 464 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना है। इसमें से करीब 4800 मजदूरों के खातों में 218 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। बाकी राशि मिल की दूसरी देनदारियों में शामिल है। करीब 4800 मजदूरों को उनके हिस्से की राशि 15 से 30 दिन में मिल जाएगी।
रकम बैंक खातों में आएगी।

इन कामों का शिलान्यास…

  1. नगर निगम का जलूद सोलर प्लांट। लागत 308 करोड़ रुपए।
  2. विमुक्त और घुमक्कड़ जाति संग्रहालय। लागत 4.30 करोड़ रु.।
  3. लोक निर्माण विभाग की क्रष्टष्ट सडक़ें। लागत 10 करोड़ रुपए।

इन कामों का लोकार्पण…

  1. नगर निगम के 30 संजीवनी क्लिनिक। लागत 6.31 करोड़ रु.।
  2. उच्च शिक्षा विभाग द्वारा महू कॉलेज में आधुनिक लाइब्रेरी भवन। लागत 1.40 करोड़ रुपए।
  3. 61 जल जीवन मिशन योजनाओं में नल कनेक्शन। लागत 54 करोड़ रु.।
  4. 30 किमी की दो प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना। लागत 19 करोड़ रु.।
  5. एमवाय में 120 बिस्तर के वार्ड। निगम एरिया में कामकाजी महिलाओं के लिए 100 कैपेसिटी का हॉस्टल। लागत 5.40 करोड़ रु.।
  6. औद्योगिक क्षेत्र में हाउसिंग बोर्ड के एग्जीबिशन सेंटर।