स्वतंत्र समय, इंदौर
रांची से पकड़ में आए फर्जी मार्कशीट कांड के सरगना कुमार आर्यन उर्फ मुकेश और उसके चचेरे भाई अमित कुमार उर्फ आनंद के कमाल से पुलिस भी हैरान है। हिम्मत ऐसी कि वेबसाइट भी बिल्कुल सरकारी नाम से बना डाली। वहीं एमबीबीएस तक की नकली डिग्री से भी लोगों को नवाज डाला। इसके बाद ऑनलाइन भुगता हासिल करने की दिलेरी के साथ ही मार्कशीट पर होलोग्राम लगाने का माद्दा। यह कारगुजारियां 8 राज्यों में 1200 फर्जी मार्कशीट बेचने वाले गैंग की है। आरोपियों ने फर्जी मार्कशीट का गोरखधंधा 8 राज्यों ओडिशा, महाराष्ट्र, राजस्थान, मप्र, बिहार, यूपी, सिक्किम और उत्तराखंड में भी फैला रखा था। इंदौर में गिरोह ने दिनेश तिरोले जैसे 4 से 5 एजेंट बना रखे थे। पुलिस को उनकी तलाश है।
अब और भी एजेंटों को पुलिस ढूंढ रही
विजय नगर टीआई रवींद्र गुर्जर ने बताया दोनों आरोपियों ने दिनेश तिरोले के अलावा और भी एजेंट नियुक्त करना कबूला है। आरोपियों का 1 जनवरी तक का पुलिस रिमांड मिला है। इस गैंग ने 8 राज्यों में अपना नेटवर्क होने की बात कही है। पिछले डेढ़ से 2 साल में गिरोह के सदस्यों ने देशभर की हर प्रमुख यूनिवर्सिटी, स्कूल व कॉलेज की 1200 से ज्यादा मार्कशीट बनाकर बेचना कबूल किया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद के नाम से वेबसाइट
आरोपी कुमार आर्यन ने एमएसपी (माध्यमिक शिक्षा परिषद) के नाम से एक वेबसाइट भी बना रखी थी। इसी के जरिए कम पढ़े-लिखे, बेरोजगार युवाओं को उनकी जरूरत के हिसाब से 2 हजार से 15 हजार रुपए तक में फर्जी मार्कशीट होलोग्राम लगाकर बनाकर देते थे। इसकी डिलीवरी के लिए इन्होंने विभिन्न कोरियर कंपनियों से भी सांठगांठ कर रखी थी। इधर, पुलिस की एक टीम मार्कशीट पर उपयोग किए जा रहे होलोग्राम बनाने वाले की तलाश कर रही है। वहीं आरोपी ऑनलाइन माध्यम से रुपए लेते थे।
शिकायत के बाद बड़ा भंडाफोड़
जोन-2 डीसीपी अभिषेक आनंद के मुताबिक, विजय नगर पुलिस ने कुछ महीनों पूर्व आशीष श्रीवास्तव की शिकायत पर दिनेश तिरोले (खंडवा नाका इंदौर) और मनीष राठौर (उज्जैन) को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि दिनेश बिहार के मुकेश कुमार के संपर्क में है जो मनचाहे स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों की फर्जी मार्कशीट बनाकर भेजता है। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जानकारी जुटाई और तीन दिन पहले कुमार आर्यन उर्फ मुकेश कुमार सिंह पुत्र कृष्णकुमार सिंह निवासी रूपौली मधेपुरा पूर्णिया बिहार को चचेरे भाई अमित कुमार उर्फ आनंद सिंह के साथ बिहार से गिरफ्तार कर लिया।