नर्मदापुरम के तीन कलाकारों ने गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड में अपना नाम दर्ज कराया

स्वतंत्र समय, नर्मदापुरम

नर्मदापुरम की संगीत सेवा संस्था सुर-वाणी संस्था व वीणा पाणि संगीत एवं सामाजिक संस्था परिवार के सदस्यों ने ग्वालियर में आयोजित तानसेन समारोह तथा ग्वालियर में संगीत 1300 से अधिक संगीत में ताल साधकों में सक्षम पाठक, विशाल सगर व विपुल दुबे ने अपनी भागीदारी की। संस्था परिवार से आनंद नामदेव ने बताया की तानसेन समारोह के शताब्दी वर्ष होने के कारण मध्यप्रदेश की ऐतिहासिकता, सांस्कृतिकता और संगीत की त्रिवेणी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करा दिया है। इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्था का प्रमाण पत्र ग्रहण किया। संगीत सम्राट तानसेन की नगरी ग्वालियर में राष्ट्रगीत वंदे मातरम की धुन पर ‘ताल दरबार’ ने मध्यप्रदेश के संगीत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है। यूनेस्को की ओर से चयनित संगीत नगरी ग्वालियर में राष्ट्रीयता का उद्घोष करते हुए 1300 से अधिक संगीत साधकों ने प्रदेश की ऐतिहासिकता, सांस्कृतिकता और संगीत की त्रिवेणी को ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड’ रिकॉर्ड में दर्ज करा दिया। इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बने नर्मदापुरम के उदीयमान तबला सक्षम, विशाल एवं विपुल प्रतिष्ठित तबला वादक पंडित राम सेवक शर्मा के शिष्य हैं, ये तीनों इनसे गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत विधिवत तबला वादन की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। सुर-वाणी संस्था परिवार के सस्थापक पं. रामसेवक शर्मा, राम परसाई, राजेश कुलश्रेष्ठ, आनंद नामदेव, डॉ. नमन तिवारी, पीके साई, आनंद नामदेव, आदित्य परसाई, उदित तिवारी, आकाश जैन, ऋत्विक, गोपाला अग्रवाल, सुरभी सौम्या वशिष्ठ, वैशाली तिवारी ने तीनों कलाकारों को बहुत बधाई दी।