भारत सरकार को देश में पहली बार 59 लाख टन का लिथियम रिज़र्व मिला है.
इलेक्ट्रिकल व्हीकल की चर्चाओ के बीच भारत देश को बड़ी खुशखबरी मिली है. भारत सरकार को देश में पहली बार 59 लाख टन का लिथियम रिज़र्व मिला है. केंद्र सरकार ने जानकारी दी है की यह लिथियम जम्मू कश्मीर में मिला है.लिथियम के मिलने की खास बात यह है की लिथियम एक नॉन फेरस मेटल है जो की बैटरी में शामिल होने वाले जरुरी तत्वों में से एक है
गुरुवार को खनन मंत्रालय ने कहा की जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को जम्मू-कश्मीर में लिथियम मिला है. यह लिथियम जम्मू कश्मीर के रियासी जिले के सलाल-हेमना में प्रति 59 टन इन्फर्ड रिसोर्सेज लिथियम मिला हैं। सरकार ने जानकारी देते हुए बताया है कि लिथियम और गोल्ड सहित ब्लॉक संबंधित राज्य सरकारों को सौंप दिए गए हैं।
मंत्रालय का कहना है कि 51 बॉक्स में से 5 बॉक्सेस गोल्ड और अन्य पोटाश, बेस मेटल्स आदि से जुड़े हुए हैं जो जम्मू और कश्मीर,आंध्र प्रदेश,छत्तीसगढ़,गुजरात,झारखंड कर्नाटक,मध्य प्रदेश,ओडिशा,राजस्थान,तमिलनाडु और तेलंगाना तक फैला हुआ है। इनके अलावा 7897 मिलियन टन कोयेला और लिग्नाइट की 17 रिपोर्ट्स को कोयला मंत्रालय में भेज दिया गया है।
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया रणनीतिक और खनिजों पर 115 प्रोजेक्ट्स तैयार किए गए हैं वही 16 प्रोजेक्ट फर्टिलाइजर मिनरल्स के लिए तैयार किए गए हैं। 2851 में जीएसी की शुरुआत हुई थी । रेलवे की मदद के लिए जमा कोयला खोजने के लिए की गई थी। हालाकि 200 सालों से ज्यादा की यात्रा के दौरान जीएसआई जियो साइंस के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है साथ ही जियो साइंटिफिक ऑर्गेनाइजेशन होने का दर्जा भी प्राप्त कर चुका है।