स्वतंत्र समय, इंदौर
नगर निगम ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अगुवाई में पुलिस और प्रशासनिक दल के साथ मिलकर यातायात को दुरुस्त करने का बीड़ा उठाया था, इसके लिए दुकानों के सामने फाइल सामान और स्थाई अतिक्रमण पर निगम ने सख्ती दिखाई थी। मजे की बात यह है कि नगर निगम और प्रशासन अतिक्रमण को भूलकर अब कागजों पर यातायात को दुरुस्त करने का प्लान बना रहे हैं। शहर के दो स्पॉट ऐसे हैं जहां नगर निगम खुद बेबस नजर आता है पहले राजवाड़ा के ही पास स्थित नगर निगम का मुख्यालय जहां एक बड़ा मार्केट है वहां दिन भर दुकानदार दुकानों के सामने अतिक्रमण कर जाम करते रहते हैं। नगर निगम ने कभी आज तक इन्हें चेतावनी देने की जहमत नहीं उठाई। इसके अलावा फूटी कोठी चौराहे पर लगने वाली अस्थाई सब्जी मंडी ने वाहन चालकों को परेशान कर रखा है। यह स्थान महापौर कार्यालय समाज एक किलोमीटर पर ही है नगर निगम को यह भी नजर नहीं आ रहा है। गौर करने लायक बात यह है कि महापौर ने कहा था कि शहर के हित में हम बिना किसी भेदभाव के अतिक्रमण हटाएंगे और यातायात का सुचारू संचालन किया जाएगा। हालांकि व्यवहार में देखा जाए तो ऐसा कुछ नहीं हो पा रहा है और शहर में ऐसे कहीं स्थान और भारत देखे जा सकते हैं जहां अस्थाई बाजार लग रहे हैं और यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
फ्लाई ओवर के पास ही लग रही मंडी, नगर निगम पूरी तरह फेल
प्रशासन इन दोनों कार्रवाई के नाम पर केवल पत्ते तोड़ रहा है और जड़ पर हमला नहीं कर पा रहा है। फूटी कोठी चौराहा पर इन दोनों फ्लावर का निर्माण कार्य चल रहा है और महावीर अस्पताल के सामने करीब 400 से 500 मीटर के इलाके में अस्थाई सब्जी मंडी भी रोज लगाती है क्योंकि यहां ब्रिज का निर्माण हो रहा है ऐसे में मुख्य सडक़ का ट्रैफिक भी अब सर्विस रोड से संचालित हो रहा है। सर्विस रोड पर दुकानदार सब्जियां तो बेच ही रहे हैं और वाहन चालक भी गाडिय़ां पार्क कर सामान की खरीद फऱोख़्त करते हैं। नतीजा यह है कि यहां से गाड़ी निकालने में वाहन चालकों को पसीना आ रहा है। इस और नगर निगम का बिल्कुल ध्यान नहीं है। महापौर कार्यालय भी यहां से मात्र 1 किलोमीटर पर है।
निगम कार्यालय के सामने की बेतरतीब दुकान
नगर निगम मुख्यालय की बात करें तो दुकानों के सामने ही बेतरतीब तरीके से सामान पड़ा रहता है इस कारण यहां भी वाहन चालक उलझते रहते हैं। नगर निगम इन दुकानदारों को चेतावनी देना भी मुनासिब नहीं समझता।
जेल रोड पर भी बुरे हाल
नगर निगम के ठीक पीछे अब जेल रोड की बात की जाए तो वहां भी दिनभर संगी लोडिंग अनलोडिंग होती रहती है दुकानों के सामने अव्यवस्थित ढंग से गाडिय़ां खड़ी करना सामान्य बात है यहां पर कभी-कभी गाड़ी लिफ्ट करने कार्रवाई जरूर होती है लेकिन दुकानदार के संगठन की वजह से नगर निगम बेबस भी नजर आता है।
आधी अधूरी कार्रवाई पर सवाल
नगर निगम ने पिछले दिनों बड़े जोर शोर से यातायात को ठीक करने का बीड़ा उठाया था, इसके लिए महापौर ने खुद को एक्शन मोड में लाए और सडक़ों पर मुनादी भी करवाई कि बेतरतीब सामान पड़े रहने पर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की यह कार्रवाई कर दिन भी नहीं चल सकी।
यह सकारात्मक कदम भी रहे
- अब शहर के लेफ्ट हैंड को खत्म किया जाएगा और इसके किनारे के अतिक्रमण में हटाए जाएंगे
- हाई कोर्ट तिराहे के सिग्नल को अब एक बार में ही चालू कर दिया गया है।
- अब चौराहा पर पिक अवरेमें येलो बॉक्स का सिस्टम भी लागू किया जाएगा यह प्रयोग फिलहाल लंदन चौराहे पर किया जा रहा है।