स्वतंत्र समय, अयोध्या
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। देश-विदेश से अनेक लोगों को इस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की राष्ट्रीय कोर कमेटी की तीन जनवरी को नागपुर में हुई बैठक में यह पता चला है कि अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से देश में 50 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होगा। अभी से ही मार्केट में राम मंदिर से जुड़ी विभिन्न वस्तुओं की भारी डिमांड हो गई है। मूर्तियों और पूजा सामग्री की डिमांड बढ़ रही है। कैट के पदाधिकारियों के अनुसार, राम मंदिर के उद्घाटन ने देश में पूजा पाठ से संबंधित एक बड़े व्यापार के अवसर पैदा किए हैं। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया, राम मंदिर लोगों की आस्था के साथ ही देश में एक बड़े व्यापार का भी केंद्र बन रहा है। खासतौर पर छोटे निर्माता और लघु व्यवसाय करने वाले लोगों के लिए व्यापार के अनेक अवसर सामने आ रहे हैं। देश के विभिन्न शहरों में विशेषकर, घरों से छोटा-मोटा काम करने वाली महिलाओं एवं वंचितों को भी इस आयोजन से बड़ी मात्रा में रोजगार मिल रहा है। राम मंदिर, देश में आर्थिक संपन्नता का एक बड़ा संदेश देगा। राम मंदिर से देश में 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक के व्यापार के कैट के पूर्व आंकड़े से कहीं ज्यादा व्यापार होने जा रहा है।
इन चीजों की बढ़ रही मांग
पूजा के लिए विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की बड़ी मांग देखने को मिल रही है। जैसे-जैसे 22 जनवरी नजदीक आ रही है, वैसे ही राम एवं पूजा पाठ से जुड़ी वस्तुओं की मांग में भी तेजी आ रही है। श्रीराम, राम मंदिर एवं राम दरबार के चित्र व अन्य देवी-देवताओं के चित्र एवं मूर्तियों की बड़ी मांग आ रही है। ये मूर्तियां, मिट्टी, पाइनवुड, लकड़ी, पीतल, तांबा एवं अन्य अनेक प्रकार के रॉ मटेरियल से बनाई जा रही हैं। पूजा के लिए बड़ी मात्रा में मिट्टी, पीतल एवं अन्य धातुओं के एकल दीपक एवं एक ही दीपक में अनेक दीपक आरती के लिए, अगरबत्ती, धूपबत्ती स्टैंड सहित अन्य अनेक वस्तुएं भी बड़ी मात्रा में बाजार में हैं। ये ग्राहकों की बड़ी पसंद बनी हैं। इसके अलावा अगरबत्ती, धूपबत्ती, गाय के गोबर के उपले, सुगंधित कप, लोबान, कपूर, कुमकुम, चंदन, रोली, अक्षता, रूई की बनी बत्ती, गंगा जल आदि की खूब बिक्री हो रही है। पूजा के लिए उपयोग में आने वाले आसन जो जूट, चटाई, दरी व कपड़े आदि से बने हैं, उनकी बाजार में बड़ी मांग है। भरतिया एवं खंडेलवाल ने बताया, लोगों की जबरदस्त पसंद के रूप में छोटे से लेकर बड़े राम झंडे, पटके, बंटिंग, श्रीराम बैज बाजार में खूब दिखाई दे रहे हैं। राम मंदिर की फोटो के छपे हुए कुर्ते अथवा हाथ की कड़ाई के कुर्ते, टी शर्ट, कमीज, टोपियां, श्री राम दुपट्टे आदि भी हाथों-हाथ बिक रहे हैं। अपने आराध्य देवता को प्रसाद के रूप में फल, मिठाई, और अन्य आहारिक आइटम्स की भी बड़ी मांग है। धार्मिक पुस्तकें, श्री हनुमान चालीसा, आरती संग्रह आदि भी खूब मांग में हैं। माला, लटकन, लाकेट, पेंडेंट, कड़े, चूडिय़ां, तुलसी की माला, रुद्राक्ष, श्री राम खड़ाऊँ, ने भी अपने लिए बड़ा बाजार बना लिया है।