स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर का स्वच्छता एंथम जिसमें सातवां आसमान छूने की तान छेड़ी जाती है, वह शायद सच हो सकती है। 11 जनवरी को स्वच्छता रैंकिंग की घोषणा होगी और कार्यक्रम की रिहर्सल में शामिल होने का इंदौर को निमंत्रण मिला है। इसमें चयनित शहरों को ही बुलाया जाता है, ऐसे में इंदौर की आस जागी है। अब देखना है कि इस बार वाटर प्लस सर्वे की चुनौती के बीच इंदौर कौन-सा पायदान छूता है।
इंदौर की खास बात यह है कि छह साल से लगातार पूरे देश में सबसे साफ शहर के पहले पायदान पर वह काबिज है। इस बार सातवां आसमान छूने की उम्मीद की जा रही है।
प्लस पॉइंट ये रहे
- नगर निगम का कचरे के लिए निगरानी तंत्र मजबूत रहा
- शहर के मध्य इलाकों में खास तौर पर सफाई जबर्दस्त देखने को मिली
- स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ ही जनभागीदारी भी देखने को मिली
- हर बार की तरह इंदौर ने इस बार भी कई नवाचार किए। इनमें वेस्ट टू आर्ट, 3-आर और प्लास्टिक मुक्त इंदौर शामिल हैं।
- स्वच्छता मार्किंग में सेवन स्टार के लिए तय 1375 अंक हमें मिलना तय है।
निगेटिव पॉइंट ये रहे
- वाटर प्लस सर्वे के दौरान नाले की गाद, कचरा आदि की चुनौतियां रहीं
- कान्ह नदी अब भी प्रदूषित, करोड़ों रुपए के खर्च के बावजूद पानी काला ही
- डोर टू डोर कचरा कलेक्शन अब टाइमिंग में लगातार पिट रहा
- कचरा कलेक्शन वाहनों की हालत हो रही खस्ता, नए बेड़े की जरूरत
- बैकलेन में कचरे की समस्या से मुक्ति नहीं मिल पाई
- जगह-जगह निर्माण कार्यों की खुदाई से मलबे के ढेर लगे।
इन शहरों से कड़ा मुकाबला संभव
सूरत था पिछली बार नंबर 2 पर
बताया जा रहा है कि इस बार सफाई के मामले में नवी मुबंई और सूरत कड़ी दे सकते हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो इस बार भी इंदौर फिर स्वच्छता में सिरमौर हो सकता है,क्योंकि पिछले दिनों दिल्ली की टीम वीडियोग्राफी के लिए इंदौर आई थी, हालांकि इस बार वाटर प्लस में इंदौर को 7 स्टार रेटिंग नहीं मिल पाई है। सूरत शहर पिछले साल नंबर दो पर था।
ये है मजबूत दावे की वजह
- इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 9500 अंक का है। हमारा दावा इसलिए मजबूत था क्योंकि हमें सेवन स्टार के 1375 और वाटर प्लस सिटी के लिए 1125 यानी 2500 अंक मिलना तय हैं।
- कचरा कलेक्शन के लिए सर्वे में 1600 अंक निर्धारित थे। इंदौर के डोर टू डोर कचरा कलेक्शन सिस्टम को देशभर में माडल सिस्टम के रूप में पहचाना जाता है।
- सफाई मित्र सुरक्षा के लिए 1320 अंक रखे गए थे। इंदौर को ये अंक भी आसानी से मिल जाएंगे
- सर्वेक्षण में सर्टिफिकेशन (दस्तावेजीकरण) के 2500 अंक रखे गए हैं। इंदौर के दस्तावेजीकरण को आदर्श माना जाता है।