महिला एवं पुरुष से मार खाने वाला जीआरपी का प्रधान आरक्षक सस्पेंड

स्वतंत्र समय, बीना

अभी हाल ही में जीआरपी के प्रधान आरक्षक को एक महिला और पुरुष मारपीट करते हुए वीडियो वायरल होने के बाद जीआरपी पुलिस एक्शन में आई है जिसके तहत बीना रेलवे जंकशन पर महिला से मार खाने वाले प्रधान आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले में विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। बता दें कि, एक दिन पहले रेलवे बुकिंग ऑफिस के पास ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक रविंद्र सिंह की एक महिला और पुरुष से कहा सुनी हो गई थी। जिसके बाद विवाद इतना बड़ा की उन्होंने चप्पल और जूते से रविंद्र सिंह के साथ मारपीट कर दी। इसके बाद मौके पर यात्रियों की भीड़ जमा हो गई। इसी दौरान लोगों ने अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया।

जानकारी देने से बच रहे अधिकारी

बीना जीआरपी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक रविंद्र सिंह को विभाग ने भले ही निलंबित कर दिया हो, लेकिन निलंबित होने का कारण अभी तक नहीं बताया जा रहा है। प्रधान आरक्षक की पिटाई क्यों की गई है, इसकी जानकारी अभी तक लग नहीं सकी है। घटना के बाद से पुलिस महकमे में हडक़ंप मचा हुआ है। पुलिस का कहना है कि बुकिंग ऑफिस में ड्यूटी के दौरान दोनों से टिकट होने की बात पूछी गई, जिस पर पुरुष ने पुलिसकर्मी से अभद्रता की और दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। इसी बीच पुरुष के साथ महिला ने भी मारपीट कर दी। इस दौरान किसी व्यक्ति ने मारपीट का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया है। इन सबके बावजूद अब तक विभाग ने यह नहीं बताया कि प्रधान आरक्षक को क्यों निलंबित किया गया है। जबकि वीडियो में साफ तौर देखा जा सकता है कि महिला और पुरुष दोनों प्रधान आरक्षक की चप्पल-जूते से पिटाई कर रहे हैं।

जीआरपी पुलिस तलाश कर रही हैं

मामले में जीआरपी पुलिस महिला और पुरुष की तलाश कर रही है। स्टेशन परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से दोनों को तलाशा जा रहा है। उनके मिलने के बाद ही यह पता चल पाएगा कि आखिरकार इन दोनों ने प्रधान आरक्षक के साथ मारपीट क्यों की।

डीएसपी की जांच में होगा खुलासा

इस पूरे मामले की जांच अब रेलवे की महिला डीएसपी कर रही है। विभाग ने इन्हें पूरी जांच सौंपी है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। लेकिन जांच में अब तक प्रधान आरक्षक को निलंबित किया गया है।

इनका कहना है

वीडियो सामने आने के बाद आरक्षक को निलंबित कर दिया गया है, और विभागीय जांच की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि आखिर किस वजह को लेकर यह विवाद हुआ था।
– एमपी ठक्कर, थाना प्रभारी, जीआरपी