स्वतंत्र समय, ग्वालियर
ग्वालियर में डीआईजी की पत्नी से हाउस मेड उपलब्ध कराने के नाम ठगी करने वाली गैंग को हरियाणा के फरीदाबाद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दो पुरुष और हाउस मेड बनकर आई गुडिय़ा को पुलिस ने पकड़ा है। दोनों पुरुष बिहार और महिला झारखंड के रहने वाले हैं।
फरीदाबाद, हरियाण, में वीरेन्द्र और गणेश, अरुण नाम से ठगी की थी दोनों चौकीदारी करते हैं। हाल ही में यह ठगी करना सीखे थेए लेकिन वह यह नहीं जानते थे कि डीआईजी की पत्नी के साथ ठगी की वारदात कर रहे हैं। पुलिस तीनों आरोपियों को लेकर ग्वालियर आ गई है। उनसे ठगे गए रुपए बरामद कर लिए गए हैं।
पुलिस के अनुसार कंपू स्थित पुलिस पुलिस ऑफिसर मैस निवासी 33 वर्षीय मेघा सिन्हा पत्नी कुमार सौरभ के साथ हाउस मेड के नाम पर धोखाधड़ी हुई थी। कुमार सौरभ क्प्ळ चंबल हैं। इंटरनेट पर हाउस मेड तलाशने के लिए सर्च करने पर राधा प्लेसमेंट सर्विस उनके संपर्क में आई थी। प्लेसमेंट कंपनी के ऑनर गणेश सिंह ने अरुण वर्मा नाम से बातचीत की और पूरी ठगी क जाल बुना। इसके बाद वीरेन्द्र एक गुडिय़ा नाम की हाउस मेड को आईपीएस के घर छोडक़र आया।
31 दिसंबर को छोडक़र गया और 1 जनवरी की सुबह हाउस मेड वहां से निकल आई। जबकि एडवांस में 37 हजार रुपए ठग हड़प गए। इसके बाद मेघा ने कंपू थाने मे मामला दर्ज कराया। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि आरोपी हरियाणा के फरीदाबाद मे रह रहे है। इसके बाद पुलिस की टीम फरीदाबाद पहुंची ओर ठगी करने वाले वीरेन्द्र और उसके साथी गणेश को दबोच लिया। यह दोनों चौकीदारी करते है। यह मूलतरू बिहार के रहने वाले है। इन्होंने नया-नया ही ठगी का खेल सीखा था। इन दोनों ने झारखंड की महिला गुडिया को भी अपने साथ मिला लिया था।
ऐसे समझिए पूरा मामला
मेघा सिन्हा को एक मेड की जरूरत थी। उन्होंने इंटरनेट पर हाउस मेड की प्लेसमेंट करने वाली एजेंसियों को सर्च किया। इस दौरान वेबसाइट का पता लगा। इस पर उन्होंने अपनी डिटेल छोड़ी तो कुछ देर बाद किसी अरुण वर्मा का कॉल आया। अरुण ने खुद को राधा प्लेसमेंट सर्विस का ऑनर बताते हुए कहा कि हम घरेलु कार्य व शिशु पालन के लिए मेड उपलब्ध कराते हैं। आपको आपके मन के मुताबिक मेड हम उपलब्ध करा देंगे। 30 दिसंबर को अरुण वर्मा ने कॉल किया। बताया कि उनके लिए एक हाउस मेड मिल गई है। गुडिय़ा नाम की एक मेड से वीडियो कॉलिंग भी कराई। साथ ही बताया कि उनका साथी वीरेन्द्र कुमार मेड को लेकर आपके पास आएगा। 31 दिसंबर को वीरेन्द्र उनके घर आया और गुडिया से मेघा सिन्हा को मिलवाया। साथ ही बताया कि 7 हजार रुपए मासिक वेतन के आधार पर गुडिय़ा काम करेगी। चार महिने का वेतन एडवांस जमा करना होगा। साथ ही 9 हजार रुपए एजेंसी का कमीशन नकद देना होगा। मेघा सिन्हा ने कहा कि ऑनलाइन पेमेंट कर देती हूं तो वीरेन्द्र ने बोला कि हमारे यहां कैश ही चलेगा। जिस पर उन्होंने 37 हजार रुपए वीरेन्द्र को दे दिए। 31 दिसंबर की शाम को गुडिय़ा डीआईजी चंबल के घर पर काम करने के लिए आई। नए साल की सुबह जब डीआईजी की पत्नी ने रूम में देखा तो उनकी मेड गुडिय़ा नहीं थी। बाहर निकलकर तैनात पुलिस जवानों ने पूछा तो उन्होंने बताया कि सुबह 6 बजे सामने मैदान में घूम रही थी। फिर किसी के साथ बैठकर चली गई।
पुलिस का कहना
इस मामले में सीएसपी अशोक जादौन ने बताया कि हाउस मेड उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी करने वालों को फरीदाबाद से पकड़ा है। उनसे अभी पूछताछ की जा रही है कि अभी तक कितने लोगों को ठग चुके है।