करगिल में पहली बार रात में हरक्यूलिस की लैंडिंग

एजेंसी, नई दिल्ली

भारतीय वायुसेना ने एक नया और बेहद चुनौतीपूर्ण कारनामा अंजाम दिया है। एयरफोर्स (आईएएफ) ने पहली बार रात के घुप अंधेरे में करगिल की हवाई पट्टी पर सी-130जे हरक्यूलिस विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई। एयरफोर्स के लिए इसे ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है। रात के वक्त लैंडिंग का यह वीडियो शेयर करते हुए आईएएफ ने कहा, ‘पहली बार, आईएएफ सी-130 जे विमान ने हाल ही में करगिल हवाई पट्टी पर नाइट लैंडिंग की। रास्ते में इलाके को ढकने जैसी तकनीक का उपयोग करते हुए, इस अभ्यास ने गरुड़ के प्रशिक्षण मिशन को भी पूरा किया।’ भारतीय वायुसेना ने हालांकि इस प्रशिक्षण मिशन के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है।

जवानों ने टेरेन मास्किंग एक्सरसाइज की

एयरफोर्स की तरफ से जारी वीडियो में सेना के कमांडो को टेरेन मास्किंग एक्सरसाइज करते हुए देखा गया। ये एक खास तरह का सैन्य अभियान होता है, जो दुश्मन से छिपकर अपने मिशन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए किया जाता है। हालांकि एयरफोर्स ने इस एक्सरसाइज को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी है।

लद्दाख में नाइट लैंडिंग बेहद खतरनाक

लद्दाख के कारगिल में मौजूद हवाई पट्टी समुद्र तल से 8,800 फीट से ज्यादा ऊंचाई पर है। यह इलाका ऊंची पहाडिय़ों और घने जंगलों से घिरा हुआ है। ऐसे में यहां लैंडिंग काफी मुश्किल मानी जाती है। रात के अंधेरे में लैंडिंग करना और भी चुनौतीपूर्ण होता है। इस दौरान न सिर्फ पहाड़ों से बचना होता है, बल्कि सिर्फ नेविगेशन के जरिए ही विमान उतारना पड़ता है।

एयरफोर्स ने 68 हजार जवान लद्दाख भेजे

भारत ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएससी पर 68 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया है। इसके अलावा एयरफोर्स की मदद से करीब 90 टैंकों और वेपन सिस्टम्स को भी लद्दाख ले जाया गया। सुखोई एसयू-30 एमकेआई और जगुआर जैसे प्लेन्स से दुश्मन के जमावड़े पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा रही थी।