एजेंसी, माले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा पर जहर उगलने वाले मालदीव के तीनों मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया गया है। मोहम्मद मुइज्जू की सरकार के ये तीनों मंत्री अपने ही देश में विपक्ष के निशाने पर थे। सस्पेंड होने वाले मंत्रियों में मरियम शिउना, मालशा और हसन जिहान शामिल हैं। इन तीनों ने पीएम मोदी और भारतीयों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। मालदीव की सरकार ने पहले ही इन तीनों मंत्रियों के बयान को निजी बताकर पल्ला झाड़ लिया था।
इन मंत्रियों के निलंबन का फैसला राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने लिया है। मुइज्जू को चीन का करीबी नेता माना जाता है। वह चंद दिनों बाद चीन की पांच दिवसीय यात्रा पर भी जाने वाले हैं।
मालदीव के मंत्रियों के बयान पर बवाल
मालदीव के इन मंत्रियों के बयान पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। सेलिब्रिटी से लेकर आम लोगों ने मालदीव की कड़ी आलोचना की थी। भारत में तो सोशल मीडिया पर प्तक्च4ष्शह्लह्लरूड्डद्यस्रद्ब1द्गह्य ट्रेंड कर रहा है। कई लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने मालदीव की अपनी यात्रा को स्थगित कर दिया है। मालदीव पूरी तरह से टूरिज्म पर निर्भर है। इनमें सबसे बड़ी संख्या भारतीयों की होती है। मालदीव में भी विपक्ष ने सरकार के मंत्रियों के बयानों की सख्त आलोचना की है। पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद, पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद समेत कई नेताओं ने इन मंत्रियों के खिलाफ तत्काल एक्शन की मांग की थी। मंत्रियों के बयान पर मामला इतना बढ़ गया कि मालदीव की सरकार को सफाई तक देनी पड़ी। मालदीव की सरकार ने कहा, विदेशी नेताओं और शीर्ष व्यक्तियों के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपमानजनक टिप्पणी के बारे में मालदीव सरकार को ज्ञात है।
ये विचार निजी हैं और मालदीव सरकार के नजरिए का प्रतिनिधित्व नहीं करते। सरकार का मानना है कि बोलने की आजादी का बर्ताव लोकतांत्रिक और जिम्मेदार तरीके से किया जाना चाहिए ताकि इससे नफरत, नकारात्मकता न बढ़े और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मालदीव के रिश्ते प्रभावित न हों।” साथ ही बयान में ये भी कहा गया है कि सरकार के संबंधित विभाग ऐसे लोगों पर एक्शन लेने से हिचकेंगे नहीं, जो इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करते हैं।