स्वतंत्र समय, भोपाल
सरकार के मुखिया डॉ. मोहन यादव ने राम मंदिर के आमंत्रण को ठुकराने वाले नेताओं और विपक्षी पार्टियों को फिर नसीहत दी है और तंज कसते हुए क हा कि हमारी भावनाओं का सम्मान नहीं किया तो फिर ऐसी आंधी उठेगी, जिसके बाद ऐसे निर्णय लेने वालों के अते-पते नहीं मिलेंगे। सीएम यादव रविवार को उज्जैन में थे। यहां एक कार्यक्रम में सीएम यादव ने कहा कि जिन लोगों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आमंत्रण ठुकराया है, वे अपने इस निर्णय पर दोबारा विचार करें। इन लोगों को हमारी बहुसंख्यक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। अगर इन लोगों ने हमारी भावनाओं का सम्मान नहीं किया तो फिर ऐसी आंधी उठेगी, जिसके बाद ऐसे निर्णय लेने वालों के अते-पते नहीं मिलेंगे। डॉ. यादव ने कहा कि ये बात मैं गारंटी के साथ बोल रहा हूं कि ऐसे लोगों के अते-पते नहीं मिलेंगे। भगवान राम के प्रति अगर ये लोग ऐसे भाव लाते हैं तो ये बहुत दुर्भाग्य की बात है। सीएम यादव इन दिनों हर कार्यक्रम में लोगों को राम मंदिर आंदोलन और अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रोत्साहित कर आमंत्रण दे रहे हैं।
विपक्षी पार्टियां समाज को लज्जित कर रहे
सीएम मोहन यादव ने कहा कि मैं विपक्षी पार्टियों से कहना चाहता हूं कि जब चुनाव आएं तब जो चाहे, कर लेना। लेकिन आज तो ऐसे भाव मत लाएं। आज आप ऐसे भाव ना लाएं, जिससे आप लोग भगवान राम के इस ऐतिहासिक क्षण को निहारने से वंचित रह जाएं। सीएम यादव ने कहा कि विपक्षी पार्टियां और विपक्षी नेता समाज को लज्जित करने के भाव ला रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्य की बात है।
सीएम 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाएंगे
पीएम मोदी के निर्देशों की वजह से सीएम 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जा रहे हैं। सीएम यादव के अनुसार 22 जनवरी को सिर्फ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ही पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अयोध्या में मौजूद रहेंगे। उनके अलावा अन्य राज्यों के सीएम वहां पर नहीं जाएंगे। यादव ने ये भी बताया कि हर राज्य को क्रमवार और अलग-अलग तारीखों पर अयोध्या जाने के लिए बुलावा आएगा। इसलिए जब मप्र का नंबर आएगा तो यहां से जाने वाले जत्थे के साथ वे दर्शन करने जाएंगे। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के इन्हीं निर्देशों का पालन करने के लिए वे 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जा रहे हैं।