स्वतंत्र समय, भोपाल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पीएम मोदी के मिशन में लग गए हैं। बिहार में लालू यादव के वोटरों में सेंधमारी के लिए पार्टी ने मोहन यादव को उतारा है। पटना एयरपोर्ट पर स्वागत के दौरान इसकी झलक दिख गई है। यादवलैंड में बीजेपी अपनी जगह मोहन यादव के जरिए ही मजबूत करेगी। पटना एयरपोर्ट पर मोहन यादव के स्वागत में बिहार बीजेपी के तीनों बड़े यादव नेता पहुंचे थे।
मोहन यादव के बिहार पहुंचने के बाद यह संदेश साफ है कि वही बिहार और यूपी के यादवों वोटों में सेंध लगाएंगे। पटना में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव और प्रदेश के कद्दावर नेता नंदकिशोर यादव ने उनका स्वागत किया है। पटना पहुंचने के बाद मोहन यादव सबसे पहले श्रीकृष्ण मेमोरियल पहुंचे। यहां पर श्रीकृष्ण चेतना मंच के लोगों ने उनका स्वागत किया। जब मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जनता का अभिवादन किया तब जनता ने नारा लगाया ‘जो मोदी को प्यारा है वो मोहन हमारा है’। इसके बाद मोहन यादव ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कृष्ण मेमोरियल के बाद सीएम मोहन यादव बिहार बीजेपी के ऑफिस पहुंचे। यहां बिहार के नेताओं से मुलाकात की है। इसके बाद सीएम ने इस्कॉन मंदिर पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की।
उज्जैन से जोड़ा बिहार का कनेक्शन
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि माता सीता की जन्मस्थली बिहार आकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं। ऐसी पवित्र धरती को मैं प्रणाम करता हूं। यह भगवान महावीर स्वामी जी की धरती है, जिससे बिहार की पहचान है। साथ ही सम्राट अशोक की भी धरती है। सम्राट अशोक का मध्यप्रदेश उज्जैन से खासतौर पर अलग तरह का रिश्ता रहा है। हजारों साल से मध्यप्रदेश और बिहार का रिश्ता है। प्राचीन काल से मध्यप्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण रही थी। यादव ने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी में ही भगवान श्री कृष्ण का विवाह हुआ। भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा-दीक्षा भी उज्जैन में हुई। शिक्षा के मामले में हमारा समाज कितना जागृत है, इसका उदाहरण पांच हजार साल पहले भगवान श्री कृष्ण के काल से भी जुड़ता है।