सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर दंपति ने की आत्महत्या

स्वतंत्र समय, बीना

खुरई रोड स्थित नंदन वाटिका में डॉक्टर दंपती के शव मिले हैं। शव मिलने से बस्ती में सनसनी फैल गई घटना की जानकारी मिलते ही हर कोई रह गया सन्न पति का शरीर पंखे से लटका हुआ था। वहीं, पत्नी का शव पलंग पर था। घर से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें कर्जदारों से परेशान होकर जान देने की बात लिखी है। बताया जाता है कि उन्होंने किसी से अपने मकान का सौदा किया था, जिसकी आज रजिस्ट्री होनी थी। पुलिस के मुताबिक, डॉ. बलवीर कैथोरिया और उनकी पत्नी डॉ. मंजू कैथोरिया खुरई रोड स्थित नंदन वाटिका कॉलोनी में रहते थे। डॉ. बलवीर विदिशा के कुरवाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ थे। वहीं, डॉ. मंजू बीना सिविल अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ थीं। इकलौता बेटा प्रतीक बिहार में पटना से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। वह शनिवार सुबह करीब 7 बजे बीना लौटा तो घटना का पता चला।

बेटे प्रतीक से की थी बात

मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर दंपती ने शुक्रवार रात अपने बेटे प्रतीक कैथोरिया से बात की थी। दोनों ने कहा कि अच्छे से पढ़ाई करना और अच्छे से रहना। बेटे ने कहा था कि वह ट्रेन में है और सुबह बीना पहुंच जाएगा। जब वह शनिवार सुबह अपने घर पहुंचा तो घर का मेन गेट खुला मिला। इसके बाद वह ऊपर कमरे में पहुंचा, जहां पिता फंदे पर लटके हुए थे और मां बेड पर पड़ी थी। यह देखकर उसके होश उड़ गए।

मकान बेचा था, आज रजिस्ट्री होनी थी

जानकारी के मुताबिक डॉ. कैथोरिया भोपाल में करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए कीमत का एक मकान ले रहे थे, इसलिए अपने बीना वाले मकान को बेच दिया था। आज शनिवार को बीना वाले मकान का एडवांस दिया जाना था और रजिस्ट्री भी होनी थी। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने इससे पहले कॉलोनी में ही रहने वाले एक व्यक्ति से मकान खरीदने की बात की थी। डॉक्टर ने सामने वाले व्यक्ति से एडवांस में 20 लाख रुपए देने की बात कही थी और छह महीने में रजिस्ट्री करने को कहा था, लेकिन वो व्यक्ति राजी नहीं हुआ था, इसलिए सौदा कैंसिल हो गया था।

तीन साल पहले ही बेटी ने किया था सुसाइड

डॉक्टर दंपती की 18 वर्षीय बेटी पूर्वा कैथोरिया ने तीन साल पहले अपने कमरे में फंदे पर झूलकर जान दे दी थी। वह मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी। जांच के बाद उसके डिप्रेशन में होने की बात सामने आई थी। बताया जा रहा है कि पूर्वा पढ़ाई में अच्छी थी। उसने केंद्रीय स्कूल से कक्षा 12वीं में स्कूल में टॉप किया था।जांच की जा रही है।

इनका कहना है

सागर से एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच गई है। फिलहाल, हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है।
-भरत सिंह ठाकुर, थाना प्रभारी, बीना।