हाईकोर्ट ने अर्बन कमिश्नर, निगमायुक्त, सीईओ स्मार्ट सिटी को लगाई फटकार

स्वतंत्र समय, ग्वालियर

हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में डबल बेंच ने स्वर्ण रेखा के सीवेज लाइन, ड्रेनेज प्रोजेट को लेकर हुई सुनवाई में एक बार फिर नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, अरबन कमिश्वर भरत यादव, सीईओ स्मार्ट सिटी नीतू माथुर को कटी फटकार लगाते हुए हलफनामा मांगा है। कोर्ट ने स्मार्ट सिटी सीईओ से पूछा कि दो घंटे की बारिश में आपका कॉस्मेटिक लाइट कितनी देर झेल पाएंगी। वैसे भी तीन में से दो लाइट बंद रहती हैं। साथ ही नदी के जीर्णोत्थार के लिए किए गए कार्यो का हलफनामा पेश करने के लिए कहा है। कोर्ट ने निगम कमिश्नर व अरबन कमिश्नर को फटकार लगाते हुए कहा है कि आपको काम करना नहीं है जब टालना होता है तो कमेटी बना देते हो। कोर्ट ने निगम कमिश्नर को 6 फरवरी को स्वर्ण रेखा के विस्तृत प्लान रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।

हलफनामा जबरदस्ती दिलवाया गयाः कार्यपालन यंत्री

हाईकोर्ट की ग्वालियार खंडपीठ की डबल बेंच ने बुधवार को स्वर्ण रेखा नदी को लेकर विस्तृत प्लान पर सुनवाई शुरू की थी। पर इसमें भी निगम के रवैया पर कोर्ट काफी नाराज नजर आया है। नगरीय प्रशासन की ओर से हाईकोर्ट में पिछली सुनवाई पर एक हलफनामा पेश किया गया था। जब कोर्ट ने इस हलफनामा को बारीकी से देखा तो इसमें स्थानीय कार्यपालन यंत्री सिंचाई विभाग के हस्ताक्षर थे। जब उन्हें तलब किया गया तो उन्होंने साफ कह दिया कि यह हलफनामा जबरदस्ती दिलवाया गया है। उसे इस योजना के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। इस पर कोर्ट ने काफी नाराजगी दिखाई है। अब 24 जनवरी को कोर्ट में सुनवाई के दौरान निगम कमिश्नर ने अरबन कमिश्नर का हलफनामा लगाया है। पर कोई ठोस प्लान नहीं पेश करने पर पर कोर्ट ने निगम आयुक्त, अरबन कमिश्न व सीईओ स्मार्ट सिटी पर नाराजगी जाहिर करते हुए खिंचाई की है।

कोर्ट ने स्मार्ट सिटी सीईओ को लताड़ा

कोर्ट ने सुनवाई के दौरार स्मार्ट सिटी सीईओ नीतू माथुर को लताड़ा है। उनसे पूछा है कि आप क्या काम कर रही है। दो घंटे की बारिश के बाद आपका कॉस्मेटिक लाइट टिक पाएंगी। वैसे भी अभी तीन में से दो लाइट बंद रहती हैं। आप भी अगली सुनवाई पर हलफनामा लेकर आएंगी कि आपने स्वर्ण रेखा को बचाने के लिए क्या-क्या कार्य किया है।

कोर्ट ने पिछली सुनवाई पर इन बिंदुओं पर मांगा शपथ पत्र…

  • नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत एसटीपी (सीवर ट््रीटमेंट प्लांट) की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजने की जानकारी देनी है।
  • अमृत-2 के तहत 135 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए है। इस राशि को कबतक नगर निगम को जारी कर दी जाएगी
  • स्वर्ण रेखा नदी में सीवर लाइन डालने के लिए तैयार डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) का विशेष कितने समय में परीक्षण कर लेंगे। डीपीआर के परीक्षण दल में कौन-कौन विशेषज्ञ है। परीक्षण के बाद डीपीआर को वित्त विभाग के पास कितने समय में भेज देंगे।
  • वन विभाग को पौध रोपण के लिए फंड मिलना है। यह फंड कबतक मिल जाएगा।
  • स्मार्ट सिटी के फंड से 10 करोड़ के कचरा वाहन खरीदने हैं।
  • इन वाहनों को खरीदने की अनुमति कबतक मिल जाएगी।
  • स्मार्ट सिटी को स्वर्ण रेखा की फेसिंग करना है। इसकी स्थिति बतानी है।
  • इन सभी बिंदुओं पर स्पष्ट जानकारी न्याायलय में पेश करनी है।