स्वतंत्र समय, टिमरनी
नगर पंचायत परिषद में पिछले लगभग सात माह में नौ बार सीएमओ के प्रभार बदले गए हैं आखिर ऐसा क्या कारण है जो हर महीने में सीएमओ के प्रभार बदले जा रहे हैं तो कभी महीने में दो बार सीएमओ के प्रभार को बदला गया है। मध्य प्रदेश की शायद एकमात्र ऐसी नगर पंचायत परिषद टिमरनी होगी जहां मात्र 7 महीने में नौ बार सीएमओ के प्रभार को बदल दिया गया है। तो इसी बीच नगर पंचायत परिषद में पदस्थ बाबू और कर्मचारियों के प्रभार भी कई बार बदले गए हैं आखिर क्या कारण है यह प्रभार क्यों बार-बार बदले जा रहे हैं। और एक बार फिर 9वी बार विभाग ने सीएमओ का प्रभार बदल दिया है नगरीय प्रशासन विभाग बार-बार नगर परिषद टिमरनी के सीएमओ का प्रभार बदले जाने और लाखों के फर्जी बिलों पर भुगतान करते हुए भ्रष्टाचार किए जाने को लेकर नगर में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है जिसकी कई बार विपक्षी दलों द्वारा शिकायतें भी की गई किंतु इस और जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा आज तक कोई ध्यान नहीं दिया गया और ना ही कोई कार्यवाही की गई है।
लाखों के भ्रष्टाचार किए जाने के लगाए गए हैं आरोप
नगर पंचायत परिषद में फर्जी बिलों के भुगतान किए जाने तथा जीआई पाइप सडक़ नाली एवं फिनाइल आदि सामग्री खरीदी की जाने और फर्जी बिलों पर भुगतान किए जाने जैसे लाखों के भ्रष्टाचार के आरोप पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुभाष जायसवाल द्वारा लगाए गए थे और इसकी शिकायत भी उच्च अधिकारियों को की गई थी तो वही क्षेत्र के विधायक अभिजीत शाह ने भी नगर परिषद टिमरनी में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करने की बात कही थी। और नगर में इसी बात को लेकर भी चर्चा बनी हुई है कि बार-बार सीएमओ के प्रभार और कर्मचारियों के प्रभार को बदले जाना भारी भ्रष्टाचार को जन्म देने वाली बात है। तो वही नगर परिषद के कर्मचारी भी अपनी मनमर्जी से कार्य करने में लगे हुए हैं नगर परिषद की ढेरो शिकायत के बावजूद भी नगरीय प्रशासन विभाग ना जाने क्यों मौन बैठा हुआ है अभी तक ना तो कोई जांच की गई और ना ही जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई जिससे परिषद में बैठे कर्मचारीयो के हौसले बुलंद हैं और अपनी मनमर्जी करने पर लगे हुए हैं।