World Wetland Day: 2 फरवरी यानी आज इंदौर में वर्ल्ड वेंटलैंड का मुख्य कार्यक्रम रामसर साइट सिरपुर में किया गया। जहां उन्होंने प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन किया। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव शामिल हुए। साथ ही इस अवसर पर बड़ी संख्या में एक्सपर्ट और पर्यावरण प्रेमियों को भी आमंत्रित किया गया। जो कि कार्यक्रम में शामिल हुए। साथ ही इन्हें कई विभिन्न राज्यों से बुलाया गया है। जानकारी के मुताबिक बता दें इस कार्यक्रम में पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राज्य मंत्री अश्विनी चौबे बी मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रही। वही विशिष्ट अतिथि के तौर पर रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसौंदा मुंबा मौजूद रही।
इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इंदौर जो करता है वह सबसे हटकर और सबसे अलग करता है। हमारी संस्कृति में प्रकृति के लिए भी भाव प्रकट होते हैं। साथ ही हम तो देश को भी माता के समान मानते है। वही वसुधा हमारे लिए कुटुंब के समान है। इसके अलावा उन्होंने आगे कहा सिरपुर तालाब 300 साल पुराना तालाब कहा जाता है, लेकिन वेस्ट वॉटर की वजह से यह आज अच्छी हालत में नहीं है और खराब हो रहा है। साथ ही रामसर सिटी की बात सुनकर मुझे आनंद आया। उन्होंने आगे कहा कि सबसे पहले ईरान में सम्मेलन हुआ। उस समय रामसर ईरान का शहर था और राम से हमारा संबंध आ जाए तो हमें तो वैसे ही आनंद आ जाता है।
इसके अलावा उन्होंने आगे कहा वसुधैव कुटुंबकम पर विश्वास करने वाले भारत में नदी, तालाब, पेड़, पौधे भी ईश्वर माने जाते है। इसके अलावा उन्होंने संस्कृति की बात को लेकर यह कहा कि हमारी संस्कृति में निसर्ग समाहित है। लेकिन समय के साथ हमें इसे भूलते जाना नहीं है। यह तालाब पहले जल के लिए इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन समय के साथ इतना परिवर्तन हुआ कि यह खराब होने लग गया और अब यह रामसर साइट हो गया है। इंदौर में यदि नदियां साफ होगी तो इसका लाभ उज्जैन को भी मिलेगा।
जानकारी के मुताबिक बता दे इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और बायोडायवर्सिटी की दिशा में जागरूकता फैलाने का ही इस कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पर्यावरण और वन मंत्री नागर सिंह चौहान, पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार,जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, मेयर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी के साथ-साथ अन्य जनप्रतिनिधिगणों भी शामिल हुए। साथ ही बता दें इस खास मौके पर देश के सभी राज्य वेटलैंड अथॉरिटी के अधिकारी, साइंटिस्ट्स और देश की 80 रामसर साइट्स के प्रबंधक के साथ दो से अधिक एक्सपर्टस भी शामिल रहे।