स्वतंत्र समय, कटनी
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक में जीरो बैलेंस पर विद्यार्थियों व बेरोजगार युवकों के खाते खोलकर 10 करोड़ रुपए अधिक हुए ट्रांजेक्शन मामले में बड़े हवाला कारोबार व ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा के लिए खाता ऑपरेट किए जाने की आशंका है। 15 से अधिक युवकों के खातों की सौदेबाजी करते हुए बड़ा खेल कई दिनों से चल रहा था। इस बड़े फर्जीवाड़े में शिकायत के 8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है, वह सिर्फ जांच का राग अलाप रही है।कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत सत्यनारायण मंदिर के समीप संचालित होने वाले सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक में माधवनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गैंतरा निवासी 15 युवकों के खाते पड़ोसी जिला पन्ना के शाहनगर में रहने वाले योगेश यादव के द्वारा गांव के विवेक पटेल से संपर्क कर खाते खुलवाए गए। इस अवैध कारोबार के लिए विद्यार्थी व बेरोजगार युवकों को शिकार बनाया गया है। 10 करोड़ रुपए से अधिक का ट्रांजेक्शन किया गया है। खाता खुलने पर 600 से 700 रुपए तत्काल दिलवा देता था, ताकि युवकों को लाभ के लालच में फंसा सके और उनके खातों का गलत उपयोग कर सकें।
इन युवकों को बनाया गया है निशाना
इस फर्जीवाड़े में ग्राम गैंतरा के विवेक पटेल, अरुण पटेल, आकाश पटेल, जागेंद्र पटेल, अभिषेक पटेल, अंकित पटेल, श्रीकांत पटेल, विवेक पटेल, अभिषेक पटेल, दीपक दाहिया, महेंद्र, लवकुश आदि के खाते खोले गए हैं। एसपी को की गई शिकायत में जितेंद्र पटेल ने बताया कि वह गांव के विवेक पटेल के कहने पर ही खाता खुलवाया था। यह खाता 6 जनवरी को बैंक कर्मचारियों ने घर आकर खाता खोला था। फर्जीवाड़े में और कई गांव के युवकों को निशाना बनाया गया है।
नहीं मिला एटीएम कार्ड व चैकबुक
युवकों ने बताया कि वे खुद बैंक जाकर व बैंक के अधिकारी घर पहुंचकर खातों को खोला है। खाता खुलने के बाद बैंक द्वारा आजतक उनको एटीएम व चैकबुक आदि नहीं दी गई। इससे बैंक की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बैंक के इन खातों में 70 से 80 लाख रुपए से अधिका का ट्रांजेक्शन हुआ है। अकेले 15 खातों में 10 करोड़ से अधिक की रकम इधर से उधर हुई है।
बड़े कांड की आशंका
सूत्रों की मानें तो सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक में यह बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। इसे कारोबारी हवाला कांड व ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा से जोडकऱ देख रहे हैं। हर दिन कई बार ऑनलाइन खाते ऑपरेट हुए हैं, जिसमें छोटी से लेकर बड़ी रकम इधर से उधर हुई है। किन लोगों के द्वारा खाता ऑपरेट किए जा रहे थे और किन-किन खातों में करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है, पुलिस इसका पता लगा रही है। सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक में विद्यार्थियों व बेरोजगार युवकों के खाते खोलकर करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन किए जाने के मामले के तार ऑनलाइन सट्टे से जुड़ते नजर आ रहे है। इन 17 संदिग्ध खातों में 100 रुपए से लेकर 20 हजार रुपए तक अलग-अलग यूपीआई के माध्यम से जमा किया गया है। बताया जा रहा है कि 300 से ज्यादा यूपीआई से इन खातों में रुपए जमा हुए है और कुछ चुनिंदा खातों से निकासी की गई है।
गुरुवार को माधवनगर पुलिस ने सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस की प्रबंधक को तलब किया। थाना प्रभारी मनोज गुप्ता ने प्रबंधक अंकिता अग्रवाल के बयान दर्ज किए। हालांकि एक दिन पूर्व ही बैंक प्रबंधक द्वारा एसपी कार्यालय व कोतवाली टीआई को शिकायत दर्ज कराई गई थी। बताया जा रहा है कि बैंक प्रबंधक ने मामले में पीडि़त बनकर विवेक पटेल नामक युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कहा है कि युवाओं को बरगलाकर अवैध कार्यों के लिए खाते खुलवाए गए थे और कारोबार किया जा रहा था।
इनका कहना है
इस मामले की जांच जारी है। रुपए कहां से आए और कौन व्यक्ति खातों को ऑनलाइन ऑपरेट कर रहा था, इसका पता लगाया जा रहा है। साइबर की भी मदद ली जा रही है। बैंक द्वारा फर्जीवाड़े की जानकारी नहीं दी गई। युवकों ने आकर शिकायत की है। किस कारोबार के लिए ये खाते ऑपरेट हो रहे थे, जांच के बाद ही पता चल पाएगा। बैंक की क्या भूमिका रही है, इसकी जांच करा रहे हैं। मुख्य सरगना का भी पता लगाया जा रहा है।
अभिजीत रंजन, एसपी
सट्टे का गढ़ कटनी, कई प्रदेशों से जुड़े
ऑनलाइन सट्टा व क्रिकेट सट्टे के तार जिले से पहले भी जुड़ चुके है। कटनी के कई बुकी पहले भी प्रदेश व प्रदेश के बाहर अन्य जिलों में पकड़े जा चुके है। इसके अलावा देश के चर्चित सटोरिए का नेटकर्व भी यहां फैला हुआ है। देश सहित दुबई तक शहर के इस सटोरिए की चर्चाएं व्याप्त है। करोड़ों रुपए की बेनामी सपत्ति शहर में इस सटोरिए ने बनाकर रखी है। सफेदपोश नेताओं का संरक्षण होने के चलते पुलिस भी कार्रवाई से कतराती है। ये है मामला: कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत सत्यनारायण मंदिर के समीप संचालित होने वाले सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक में माधवनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गैंतरा निवासी 15 युवकों के खाते पड़ोसी जिला पन्ना के शाहनगर में रहने वाले योगेश यादव के द्वारा गांव के विवेक पटेल से संपर्क कर खाते खुलवाए गए। इस अवैध कारोबार के लिए विद्यार्थी व बेरोजगार युवकों को शिकार बनाया गया है। 10 करोड़ रुपए से अधिक का ट्रांजेक्शन किया गया है। खाता खुलने पर 600 से 700 रुपए तत्काल दिलवा देता था, ताकि युवकों को लाभ के लालच में फंसा सके और उनके खातों का गलत उपयोग कर सकें।
पुलिस सुस्त, धीमी चल रही जांच
बोगस खाते खुलवाकर करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन शिकायत होने के बाद सामने आने के बावजूद पुलिस की जांच धीमी गति से चल रही है। पुलिस ने अबतक न तो पीडि़तों के बयान दर्ज किए है और न ही संदेहियों से पूछताछ की है। पुलिस पिछले नौ दिनों से जांच का राग अलाप रही है।