स्वतंत्र समय, भोपाल।
हरदा जिले में हुए हादसे के बाद भोपाल में प्रशासन ने पटाखा फैक्ट्री और दुकानों पर कार्रवाई शुरू कर दी। बुधवार को हलालपुर फटाका बाजार में बैरागढ़ एसडीएम आदित्य जैन ने जय दुर्गा फायर गोदाम को सील कर दिया। यहां क्षमता से अधिक माल पाया गया। वहीं, बैरसिया एसडीएम विनोद सोनकिया ने शहर के 17 किमी दूर स्थित ग्राम रतुआ में रोड पर पटाखा फैक्ट्री को भी शाम को सील कर दिया। इससे पहले सुबह प्रशासन ने यहां संचालित दुकान को बंद कराया था। इससे पहले कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जिले के सभी एडीएम, एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें विस्फोटक निर्माताओं, भंडारणकर्ताओं तथा विक्रेताओं की गहन जांच के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर सिंह निर्देशों के परिपालन में अपर जिला मजिस्ट्रेट हरेंद्र नारायण ने भोपाल के सभी एसडीएम की अध्यक्षता में संबंधित क्षेत्र के लिए दल का गठन किया है। जिसमें पुलिस अधिकारी संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी सदस्य बनाए गए हैं, जो कि संबंधित क्षेत्र में सभी रिटेल आउट लेट/पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, थोक आतिशबाजी, अस्थाई आतिशबाजी निर्माण की दुकानों की सघन जांच करेंगे। ग्राम रतुआ में रोड पर पटाखा फैक्ट्री को भी शाम को सील कर दिया।
भोपाल में इन जगहों पर भी कार्रवाई
जमुनिया छीर में पटाखे के 11 गोडाउन में स्टॉक रजिस्टर नहीं मिला। जिससे गोडाउन सील कर दिए गए। हलालपुरा स्थित जय दुर्गा, सोनी और कालू पटाखा सेंटर को भी सील कर दिया गया। जमुनिया ग्रामीण क्षेत्र में बनी दुकानों पर भी जिला प्रशासन की टीमें जांच करने पहुंची।
अवैध पाए जाने पर सील करें दुकान
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि जांच में अवैध पाए जाने पर दुकानों को सील किया जाएगा और सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। आतिशबाजी, विस्फोटक सामग्री भंडारण तथा विक्रय प्रतिष्ठानों के 100 मीटर के दायरे में पेट्रोल पंप होने की स्थिति दुकानों को शिफ्ट किया जाएगा। प्रतिष्ठानों में विद्युत, अनुज्ञाप्ति बिल्डिंग की विधि मान्यता, 15 मीटर की दूरी पर तार फेंसिंग, 24 घंटे विस्फोटक भंडारण की सुरक्षा की व्यवस्था, दुकानों की लाइसेंस सहित आवश्यक दस्तावेजों और सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं की जांच करते हुए सुरक्षा मानकों का पूर्णत: पालन कर आवश्यक कार्यवाही करें।
मार्केट को भोपाल से बाहर करने का प्लान
हलालपुर पटाखा मार्केट को भोपाल से बाहर करने का प्लान भी है। अभी पेट्रोल पंप, मैरिज गार्डन और रहवासी इलाके के बीच ही कुल 13 पटाखा दुकानें हैं। यानी, हजारों लोग बारूद के ढेर पर बैठे हैं। हलालपुर में शहर का बड़ा पटाखा मार्केट है। जहां होल सेल की 13 दुकानें हैं। पूरे साल खुलने वाली इन दुकानों आसपास के डेढ़ सौ किलोमीटर के दायरे में पटाखा पहुंचता है। दिवाली के दिनों में करोड़ों के पटाखों का स्टॉक रहता है। इस मार्केट के पास ही आधा दर्जन से अधिक मैरिज गार्डन हैं, जबकि पेट्रोल पंप और रहवासी इलाके भी हैं। इससे यहां हादसा होने का डर सताता रहता है। बैरागढ़ एसडीएम आदित्य जैन ने बताया, हलालपुर पटाखा मार्केट को शहर से दूर शिफ्ट करने का प्लान है। इसके लिए जमीन ढूंढ रहे हैं। इस मार्केट में 13 दुकानें हैं। जिनकी जांच करते हैं। 21 जनवरी को ही दुकानों पर पहुंचकर जांच की थी। बैरागढ़ इलाके में पटाखा फैक्ट्री नहीं है।