स्वतंत्र समय, हरदा
कलेक्टर आदित्य सिंह ने शनिवार सुबह कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गत दिवस बैरागढ़ ग्राम में हुए विस्फोट से पीडि़त परिवारों को शासन की योजनाओं के तहत पात्रता अनुसार योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। उन्होने संयुक्त कलेक्टर सुश्री रजनी वर्मा को निर्देश दिए कि आरबीसी 6-4 के तहत पीडि़त परिवारों को राहत तत्काल दिलाने के लिए प्रकरण तैयार कर आज ही कोषालय में प्रस्तुत किए जाएं, ताकि पीडि़त परिवारों को तत्काल मदद की जा सके। कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में कहा कि किसी भी पीडि़त परिवार को राहत देने से छोड़ा नहीं जाए।
कलेक्टर ने दिए निर्देश- बच्चों की पढ़ाई व परीक्षा में कोई बाधा न आए
जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन परिवारों को खाद्यान्न की आवश्यकता है, उन्हें खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि पीडि़त परिवारों के जो बच्चे स्कूल जाते थे वह वार्षिक परीक्षाओं में शामिल हो सकें, और अपने स्कूल नियमित रूप से जा सकें, इसके लिए उन्हें हर संभव मदद दिलाई जाए।
आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड जैसे नष्ट दस्तावेज फिर से तैयार कर उपलब्ध कराएं
बैठक में लीड बैंक प्रबंधक को निर्देश दिए कि जिन परिवारों के घर जल गए हैं और अग्नि दुर्घटना में सब कुछ नष्ट हो गया है, ऐसे परिवारों के बैंक खातों का डिटेल और पासबुक तत्काल उन्हें उपलब्ध कराई जाए ताकि प्राप्त होने वाली राहत राशि का वे उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों के घर जल गए हैं या नष्ट हो गए हैं उनके आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड नए सिरे से प्रिंट निकालकर संबंधित परिवार को दिए जाएं।
जर्जर भवनों को विधिवत गिराने की निर्धारित प्रक्रिया पूर्ण करें
जो मकान विस्फोट की घटना के बाद जर्जर हो गए हैं और गिरने की स्थिति में है, उन्हें विधिवत गिराने की प्रक्रिया मुख्य नगर पालिका अधिकारी, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री, एसडीएम तथा एसडीओपी की उपस्थिति में संपन्न की जाए, ताकि किसी दुर्घटना की आशंका न रहे। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को एक “खोया पाया केंद्र” ग्राम बैरागढ़ में बनवाने के निर्देश भी दिए, ताकि बैरागढ़ ग्राम में घटना के बाद किसी परिवार का यदि कोई सामान खोया हो और वह यदि मिलता है, तो संबंधित को सौपा जा सके।
अस्थाई आवास व भोजन की व्यवस्था करें
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास को निर्देश दिए कि विस्फोट की घटना के बाद जिन परिवारों के घर नष्ट हो गए हैं, उन परिवारों के छोटे बच्चों को चिन्हित करें और उन्हें आवश्यक पोषण आहार व अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन परिवारों के मकान गिर गए हैं, उनके अस्थाई आवास की व्यवस्था की जाए। इन परिवारों के अस्थाई आवास के रूप में किसी शासकीय भवन, रैन बसेरा या धर्मशाला आदि तत्काल चिन्हित कर उनके निवास की व्यवस्था की जाए।