स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक सहित कई लोगों पर सीबीआई छापे मारे गए हैं। दिल्ली, यूपी, राजस्थान और मुंबई सहित 30 ठिकानों पर दबिश दी गई है। मलिक इस वक्त अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी तरफ से सोशल मीडिया पर कहा गया है कि मैंने भ्रष्टाचार में शामिल जिन लोगों की शिकायत की थी उनकी जांच ना करके मेरे आवास पर छापेमारी की गई है। मेरे पास चार-पांच कुर्ते पजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा । सरकारी एजेंसियां मुझे डरने की कोशिश कर रही है मैं किस का बेटा हूं । ना डरूंगा, ना झुकूंगा। सत्यपाल मलिक अक्सर केंद्र सरकार के खिलाफ बोलते रहते हैं। किसान आंदोलन और पहलवान आंदोलन में भी शामिल हुए थे।
सत्यपाल मलिक के 30 ठिकानों पर सीबीआई की दबिश
दावा किया जा रहा है कि हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के आरोपी के तहत छापेमारी की गई है। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहते वक्त में लिए गए इंटरव्यू में कहा था कि हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट की दो पायलट क्लियर करने के लिए उन्हें 300 करोड रुपए की रिश्वत ऑफर की गई। गड़बड़ी होने के कारण मैंने फाइलें रोक दी। उन्होंने एक मंत्री और देश के जानेमाने उद्योगपति का नाम भी लिया था। मलिक ने पुलवामा हमले के लिए भी केंद्र सरकार को गिरा था। किसानों से मिलने गए थे । पहलवानों के साथ भी धरने पर बैठे थे। हैरानी इस बात की है कि जिस मामले में वह शिकायतकर्ता है उसी में उनके खिलाफ छापेमारी की गई है। इससे पहले मलिक को एक बार ढाई घंटे तक दिल्ली के थाने में बिठाकर रखा गया था।