ujjain में पहली बार रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आज, महाकाल-मोहन, मनमोहक ऑफर

स्वतंत्र समय, भोपाल

सीएम डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मप्र सरकार 1 और 2 मार्च को आध्यात्मिक नगरी महाकाल में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव उज्जैन ( ujjain ) का आयोजन कर रही है। दो दिवसीय कार्यक्रम उज्जैन-इंदौर रोड पर स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज मैदान पर होगा। यह कॉन्क्लेव अमृतकाल में राज्य की महत्वाकांक्षी विकास की रणनीति प्रस्तुत करेगा। विकासशील भारत 2047 के विकसित भारत के दृष्टिकोण भविष्य के लिए तैयार है। मप्र ने सतत विकास और समृद्धि की दिशा में राष्ट्र के दृष्टिकोण के अनुरूप एक प्रक्षेप पथ की कल्पना की है। डॉ. यादव राज्य में स्थापित की जा रही विनिर्माण सुविधाओं का भी वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। पहले दिन के दूसरे चरण में डेयरी, कृषि, खाद्य और कपड़ा क्षेत्रों पर फोकस के साथ एमएसएमई और स्टार्टअप पर आकर्षक सत्रों में चर्चा होगी।

ujjain में उद्योगपति सीएम, मंत्रियों व अफसरों से करेंगे चर्चा

उज्जैन ( ujjain ) कॉन्क्लेव के पहले दिन निवेश के लिए राज्य की अपार संभावनाओं को प्रस्तुत करेगा और प्रमुख चुनौतियों का समाधान करने और अवसरों का दोहन करने रणनीतिक रास्ते स्थापित करने में राज्य के विशेष प्रयासों की रूपरेखा तैयार करेगा। प्रमुख उद्योगपति सीएम और उनके मंत्रिमंडल सदस्यों और आला अफसरों के साथ मंच साझा करेंगे।

पर्यटन-फार्मा पर फोकस

पर्यटन पर भी सत्र होगा, क्योंकि उज्जैन धार्मिक पर्यटन स्थल है। इसके अलावा फार्मा और चिकित्सा उपकरण निर्माण क्षेत्र पर भी एक सत्र होगा। इन सभी सत्रों का संचालन उद्योग विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा और उपस्थित लोगों को साथी निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों के साथ इंटरेक्टिव चर्चा और नेटवर्क में शामिल होने का अवसर मिलेगा। कॉन्क्लेव उद्योगों, खरीदारों और विक्रेताओं से 2000 से अधिक प्रतिभागियों को आकर्षित करने तैयार है। मप्र सतत विकास और समृद्धि के अपने अगले अध्याय की शुरुआत कर रहा है। मप्र सरकार ने विश्लेषकों और मीडिया प्रतिनिधियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया है।

भूमि आवंटन के लिए ujjain के लिए मिला 325 करोड़ का राजस्व

महाकाल की नगरी ( ujjain ) में होने वाली इन्वेस्टर समिट को नया नाम दे दिया गया है। इसे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का नाम दिया गया है। इस आयोजन के पहले ही राज्य सरकार को उद्योगों के लिए भूमि आवंटन करने से 325 करोड़ रुपए के राजस्व की प्राप्ति हुई है। यह सब कुछ पिछले एक महीने के भीतर हुआ है। मप्र के कई शहरों में 251 उद्योगों के लिए भूमि आवंटित की गई है। जिसके एवज में सरकार को 325 करोड़ रुपये की राशि की प्राप्ति हुई है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव पूरे मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति देने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। इसी वजह से देश भर के उद्योगपतियों का आकर्षण इस रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव की ओर दिखाई दे रहा है। औद्योगिक विकास निगम के महाप्रबंधक चंद्रमौली शुक्ला ने बताया कि उज्जैन में होने वाले इन्वेस्टर समिट से हजारों लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। यह कान्क्लेव पूरे मप्र ही नहीं बल्कि देश के औद्योगिक विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

यह कंपनियां होंगी शामिल

आमंत्रित उद्योगपतियों में एशियन पेंट्स, जेएसडब्ल्यू, सिप्ला, लुगॉन्ग, वीई कमर्शियल व्हीकल, टाटा मोटर्स, कोका कोला, अंबुजा सीमेंट, प्रॉक्टर एंड गैंबल, डोनियर सूटिंग्स एंड शर्टिंग्स और कई अन्य कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे। कान्क्लेव के दूसरे दिन उद्योग नवीनतम नवाचार और उपभोक्ताओं की बढ़ती जरूरतों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। राज्य क्रेता-विक्रेता बैठक और ई-बिज़ अवसरों के लिए मंच भी स्थापित किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य सतत् विकास को बढ़ावा देना, शेयरधारक मूल्य को बढ़ाना और बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत करना है।