Vallabh Bhavan: पिछले ही महीने हटाया था 12 ट्रक वेस्ट मटेरियल, नहीं तो भयंकर होती आग

स्वतंत्र समय, भोपाल

मंत्रालय वल्लभ भवन (Vallabh Bhavan) में आग की जांच के लिए सरकार ने 7 सदस्यों की कमेटी बनाई है। एसीएस स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्ष में गठित कमेटी 3 दिन में सरकार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपेगी। 15 दिन में विस्तृत पड़ताल की जाएगी। ये तो भला हो पीएस जीएडी का जिन्होंने पिछले ही महीने 12 ट्रक वेस्ट मटेरियल हटवा दिया, नहीं तो मंत्रालय में भयंकर आग लगती और दोनों नए भवन में चपेट में आ सकते थे। बताया जाता है कि मंत्रालय में आग लगने से कई अहम और पुरानी फाइलों सहित अन्य सामग्री जल गई। मंत्रालय की पांचवें मंजिल पर लगी आग से 3 राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, राधा सिंह और प्रतिमा बागरी के चैंबर का सारा सामान खाक हो गया है। साथ ही सीएम प्रोग्राम कार्यालय के दस्तावेज भी खाक हो गए। 5वीं मंजिल के ही रूम नंबर 534 से 540 के बीच के चैंबर प्रभावित हुए हैं। इन सात कमरों में रखे फर्नीचर और फाइलें सभी जल गए हैं। रविवार से इसकी पड़ताल कमेटी ने प्रारंभ कर दी है।

Vallabh Bhavan पांचवी मंजिल से चौथी और तीसरे माले तक फैली आग

मंत्रालय (Vallabh Bhavan) में लगी आग के जो कारण सामने आए हैं उसमें शॉर्ट सर्किट ही प्रमुख कारण बताया जा रहा है। अफसरों के अनुसार तीसरी और चौथी मंजिल के बीच दीवार में शॉर्ट-सर्किट होने के बाद पांचवीं मंजिल में आग लगी। इसके बाद पांचवी मंजिल से यह आग चौथे और तीसरे माले में भी पहुंची। तीसरी और चौथी मंजिल के कमरों में आग बुझाने के दौरान पानी की बौछार और अन्य सामग्रियों से कमरों को नुकसान पहुंचा है। यहां आग से ज्यादा नुकसान नहीं होने की बात कही जा रही है।

तो और भड़क सकती थी आग…

मंत्रालय (Vallabh Bhavan) की जिस बिल्डिंग में आग लगी वहां के सभी पांचों फ्लोर से पिछले महीने ही करीब 12 ट्रक अनुपयोगी सामग्री हटाई गई थी। जिनमें अनुपयोगी फाइलें, कुर्सी, टेबल, स्टूल, टूटी अलमारी, ई-वेस्ट समेत अन्य सामग्री शामिल हैं। जीएडी के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने अनुपयोगी सामग्री हटाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अधीक्षण शाखा प्रमुख मनोज श्रीवास्तव ने सभी अनुपयोगी सामान मंत्रालय से हटाकर गोदाम में रखवा दिए थे। अफसरों के अनुसार अगर यह सामान नहीं हटा होता तो आग और विकराल रूप ले सकती थी।

मंत्रालय में 21 फरवरी को हुई थी सुरक्षा टीम की मॉकड्रिल

मंत्रालय की पांचवीं मंजिल पर मंत्रालय की सुरक्षा टीम ने 21 फरवरी को ही आग से बचाव के लिए मॉकड्रिल की थी। इसके 17 दिन बाद ही शनिवार को आग लग गई। हालांकि, आग के पीछे कारण शॉर्ट-सर्किट ही बताया जा रहा है। पूरी रिपोर्ट कमेटी की प्रारंभिक जांच में सामने आने की संभावना है।