स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) मंत्रालय में निवेश प्रोत्साहन के लिए मंत्रियों की बैठक को संबोधित किया। मप्र के सक्षम व्यक्तियों में निवेश के लिए विश्वास पैदा करें। उन्हें प्रदेश में ही निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करें। प्रदेश के रॉ मटेरियल का उपयोग प्रदेश में ही उत्पाद बनाने के लिए होगा तो इससे स्थानीय रोजगार बढ़ेंगे। आमदनी में भी वृद्धि होगी।
कृषकों की आय में वृद्धि का साधन बनेगीः Mohan Yadav
मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने कहा कि पर्यटन विभाग प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए रोड शो आयोजित करता है। इसी तरह निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रदेश के बाहर रोड शो आयोजित करें। उन्होंने कहा कि सहकारी क्षेत्र की कंपनियों को अधिक रियायत प्रदान कर प्रायवेट इंडस्ट्री के कंपटीशन में खड़ा करें। यह रियायत सहकारी संस्थाओं को न सिर्फ मजबूत करेगी बल्कि कृषकों की आय में वृद्धि का साधन बनेगी। इससे कृषकों को उनके उत्पादों के उचित दाम प्राप्त होंगे। डॉ. यादव ने प्रदेश में उद्योग संवर्धन नीति 2014 तहत मुख्य सुविधाएं, निवेश प्रोत्साहन सहायता, अधोसंरचना विकास, हरित औद्योगिक सहायता सहित परिधान क्षेत्र की वृहद श्रेणी इकाइयों को विशिष्ट इकाई सहायता आदि प्रावधानों पर विस्तार से जानकारी ली।
प्राचीन ज्ञान-विज्ञान के केन्द्र आज भी उपयोगी हो सकते हैं
अतीत की धरोहर को वर्तमान से जोडऩे की सराहनीय कोशिश: सीएम डॉ. मोहन यादव ने मप्र पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक गोलघर जिसे पर्यटन विभाग ने बहुउद्देशीय कला केंद्र के रूप में विकसित किया है। शुक्रवार को इसे आमजन को समर्पित किया। डॉ. यादव ने कहा कि प्राचीन ज्ञान-विज्ञान के केन्द्र आज भी उपयोगी हो सकते हैं। अतीत की धरोहर गोलघर को वर्तमान से जोडऩे की पहल सराहनीय है। भोपाल में गोलघर का मूल नाम गुलशन-ए-आलम था, जिसे 19वीं सदी में नवाब शाहजहां बेगम ने बनवाया था। गोलाकार स्वरूप के कारण इसे गोलघर के नाम से जाना जाता है। पुरातत्व और पर्यटन विभाग को प्राचीन विरासत गोलघर के नए स्वरूप में निर्माण और लोकार्पण के लिए बधाई देते हुए कहा कि गोलघर को देखने और इसके निर्माण की तकनीक को समझने की जरूरत है।
सीएम Mohan Yadav ने केंद्रीय मंत्री गडकरी का आभार माना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( Mohan Yadav ) ने कहा कि केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा उज्जैन जंक्शन रेलवे स्टेशन और महाकालेश्वर मंदिर के बीच मौजूदा रोपवे के विकास, संचालन और रखरखाव के लिए हाईब्रिड एन्यूटी मोड के तहत 188.95 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। इस पर सीएम ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि श्री महाकाल के श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ उज्जैन के विकास को गति देने वाला यह निर्णय अभिनंदनीय है।