स्वतंत्र समय, भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ( Kamal Nath ) को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेता सैयद जफर सहित कई पार्टी पदाधिकारी-कार्यकर्ता सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। इस मौके पर सैयद जफर ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस कंफ्यूज पार्टी हो गई है। पार्टी के नेताओं को समझ नहीं आ रहा है कि किस घटना पर कैसी प्रतिक्रिया देनी है। वहीं, भाजपा और आरएसएस राष्ट्र निर्माण को लेकर बेहतर काम कर रहे हैं।
Kamal Nath मेरे पिता तुल्य हैं और आगे भी रहेंगे
जफर ने कहा कि कमलनाथ ( Kamal Nath ) मेरे पिता तुल्य हैं और आगे भी रहेंगे। उनसे अब राजनीतिक संबंध खत्म हो चुके हैं। गौरतलब है कि जफर पर पहले आरोप लगा था कि उन्होंने कमलनाथ से 5 लाख रुपए मांगे थे। इस बातचीत की चैट वायरल होने का दावा किया गया था। इस पर जफर ने कहा कि कमलनाथ की हैसियत 5 लाख नहीं बल्कि 5 करोड़ रुपए की है। मैंने कभी भी कमलनाथ से पैसे लेकर काम नहीं किया। कांग्रेस के लोग मेरे पार्टी छोडऩे से बौखलाए हैं। इसलिए इस तरह की फर्जी पोस्ट वायरल कर रहे हैं।
इन नेताओं ने ली भाजपा की सदस्यता
कांग्रेस के नेताओं ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, न्यू जॉइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। कांग्रेस के सैयद जफर के अलावा दिनेश श्रीधर, कांग्रेस महामंत्री डॉ. मनीषा दुबे, बसपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. रामसखा वर्मा, रतलाम जिला पंचायत सदस्य संतोष पालीवाल, अभयराज सिंह, अंकित पोरवाल सहित कई नेताओं ने भाजपा की सदस्तया ग्रहण की।
भाजपा में जा रहे नेताओं की हालत खराब: कांग्रेस
इधर, कांग्रेस पार्टी छोडऩे पर पूर्व मंत्री पीपी शर्मा ने कहा कि जफर आरएसएस और भाजपा की विचारधारा से प्रभावित हो रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस से भाजपा में जा रहे नेताओं की हालत एक हजार और दो हजार के नोट जैसी ह। कुछ दिनों बाद ही ये नोट चलन से बाहर हो जाएंगे। उन्होंने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान को लेकर कहा कि बात बिल्कुल सही है कि भाजपा अपने नेताओं के बराबर कांग्रेस नेताओं को खड़ा कर रही है। इससे उसके नेताओं में डर है। उनका पद कभी भी जा सकता है। भाजपा अपने ही नेताओं को डरा रही है।