स्वतंत्र समय, ग्वालियर
ग्वालियर के उपनगर मुरार स्थित सीपी कॉलोनी में रिटायर्ड टीचर पर 24 FIR दर्ज होने और गिरफ्तारी का डर दिखाकर 51 लाख रुपए की साइबर ठगी ( fraud ) में कुछ अकाउंट फ्रीज कराए हैं। रिटायर्ड टीचर आशा भटनागर से ठगी गई रकम के 46 लाख रुपए कश्मीर के एक बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हुए थे। ग्वालियर पुलिस इस अकाउंट को फ्रीज कराने के लिए कार्रवाई कर रही थी, लेकिन उससे पहले तेलंगाना पुलिस ने किसी अन्य केस में इस बैंक अकाउंट को फ्रीज करवा दिया है, लेकिन 46 लाख रुपए अकाउंट में पहुंचने के कुछ देर बाद ही अकाउंट से 45 लाख रुपए अन्य कुछ बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए गए थे। अब सिर्फ एक लाख रुपए ही उसमें शेष बचे थे। पुलिस अब रकम ट्रांसफर होने वाले अन्य खातों की जानकारी एकत्र कर रही है।
fraud की पड़ताल के लिए साइबर की टीम को किया तैनात
ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह ने ठगी ( fraud ) की पड़ताल के लिए साइबर की टीम को तैनात कर दिया है और ठगी की रकम ट्रांसफर होने वाले खातों की लिंक की जानकारी एकत्र करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। संबंधित बैंक व एजेंसियों को ईमेल कर जानकारी मांगी गई है। कश्मीर के जिस खाते में 46 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे उस खाते को फ्रीज करने के लिए ग्वालियर पुलिस ने कार्रवाई की, इससे पहले ही किसी अन्य मामले में तेलंगाना पुलिस भी उस खाते को फ्रीज करने की कार्रवाई कर चुकी थी। अब इस खाते में रुपए केवल जमा होंगे किसी अन्य खाते में ट्रांसफर नहीं होंगे। 15 मार्च को 5 लाख रुपए ध्रुव कुमार लालजी भाई अंजनी के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। इसकी जानकारी भी पुलिस एकत्र कर रही है।
ठगों से संपर्क रखने वालों पर पुलिस रख रही है नजर
शिक्षिका आशा भटनागर से बात करते हुए ठग ने उनके द्वारा व गाजर खरीदने और एक्सिस बैंक जाने की बात कहते हुए कहा था उनके एजेंट उसके घर के आसपास घूम रहे हैं। इस बात से पुलिस मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर सीपी कॉलोनी में ठगों से संपर्क वाले संदेहियों की भी निगरानी कर रही है।
सेवानिवृत्त शिक्षिका आशा भटनागर के साथ 51 लाख की ठगी के मामले की जानकारी पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना तक भी पहुंच गई है। पुलिस महानिदेशक मुरार के निवासी है और उनका सीपी कालोनी में मकान भी है। डीजी के रिश्तेदार ने ही मामले की जानकारी उन तक पहुंचाई और एसपी को शिकायत करने व उनके द्वारा साइबर टीम पड़ताल के लिए तैनात करने की जानकारी दी। डीजी ने भी ठगों को जल्द पकडऩे का भरोसा दिया है।
ऐसे समझिए पूरा मामला
ग्वालियर के मुरार थाना स्थित सीपी कॉलोनी निवासी रिटायर्ड टीचर आशा भटनागर के मोबाइल पर 14 मार्च की सुबह 8.46 बजे एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाली ने अपना नाम सुनीता कुमारी बताते हुए उनके नाम पर मुम्बई पुलिस का अरेस्ट वारंट होने और दो घंटे में उन्हें अरेस्ट कर लेने की बात कही। जब आशा ने पूछा कि मैंने क्या किया है। इस पर फोन करने वाली महिला ने एफआईआर का जिक्र करते हुए अपराध नंबर भी बताया। जब रिटायर्ड टीचर ने पूछा कि मैंने ऐसा क्या किया है तो उसे बताया गया उसने एक एयरटेल की सिम 1 दिसंबर 2023 को मुम्बई से खरीदी थी। इस सिम से छोटी-छोटी बच्चियों को अश्लील मैसेज किए गए हैं। इसको लेकर आपके खिलाफ 24 एफआईआर दर्ज हैं। जब रिटायर्ड टीचर ने कहा कि उन्होंने तो ऐसा कुछ नहीं किया है तो उनको तत्काल घर आकर गिरफ्तार करने की धमकी दी। इस दौरान डराया कि वह अमेरिका में अपने बेटे व पुणे में बेटी-दामाद को भी कुछ नहीं बताएं नहीं तो उनको भी गिरफ्तार कर लेंगे। इसके बाद यह भी कहते हुए डराया कि उनके कैनरा बैंक के खाते में किसी नरेश अग्रवाल के केस में 2.5 करोड़ की मनी लॉड्रिंग भी हुई है। सभी के केस के गिरफ्तारी आदेश स्काइब पर डाल दिए हैं। इसके बाद डराकर महिला से उसकी 46 लाख रुपए की एफडी (फिक्स डिपोजिट) ब्रेक करवाई और अपने बताए बैंक अकाउंट में आरटीजीएस करवाए। इसके बाद 5 लाख रुपए बेटी के अकाउंट से भी उसकी एक्सेस लेकर करवाए गए। घटना के कुछ समय बाद जब महिला को समझ में आया तो उसने वॉटसएप पर बेटी को सूचना दी। इसके बाद मुरार थाना पहुंची है।