स्वतंत्र समय, सारंगपुर
उदनखेड़ी में हाइवे किनारे बने एक टीनशेड को हटाने के लिए ग्राम पंचायत की जेसीबी के साथ अतिक्रमण ( Encroachment ) हटाने पहुंची पचोर पुलिस को महिला से झड़प के बाद बेरंग लौटना पड़ा। मामले को तहसीलदार ने आबादी क्षेत्र का अतिक्रमण ( Encroachment ) होने से ग्राम पंचायत को ही जवाबदार बताया है। गुरुवार दोपहर को ग्राम पंचायत उदनखेड़ी के अनुरोध पर पचोर थाने से एसआई नवल सिंह मीणा और टीम अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। जहां जेसीबी चलाने के बाद जमकर बहसबाजी के कारण पुलिस अतिक्रमण को यथावत छोडक़र आ गई। पुलिस के मौके से जाने के बाद अतिक्रमण जमीन के मालिक मदनलाल राठौर के बेटे मनोज राठौर और उनकी बहन ने पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाया है।
दरअसल, सारंगपुर पचोर के बीच उदनखेड़ी गांव मे हाइवे किनारे एक टीनशेड खड़ा है। ग्राम पंचायत ने इसे अतिक्रमण बताया वहीं टीनशेड के मालिक मनोज राठौर और उनकी बहन ने ग्राम आबादी में दर्ज भूमि होना और टैक्स की रसीद बताकर पुलिस प्रशासन से जमकर बहस की। झड़प के बाद पुलिस मौके से बेरंग लौट आई।
टैक्स भरने की पर्ची दिखाई
मनोज राठौर ने ग्राम पंचायत से जारी नक्शा और टैक्स की रसीद बताते हुए कहा कि हमने 2023 तक इस जमीन का सभी टैक्स ग्राम पंचायत को जमा किया है। साल 2022 में इसका नक्शा भी निकलवाया था। लेकिन अब ग्राम पंचायत के सरपंच बदलने के बाद राजनीतिक दबाव में हमारी पैतृक संपत्ति को अतिक्रमण बताया जा रहा है।जबकि इसके पीछे से पुराना मंडी रोड निकला था, जिसके पीछे बनी हुई बिल्डिंग अतिक्रमण में है। वही अतिक्रमण हटाने पहुंचे एसआई नवलसिंह मीणा पर अभद्र शब्द बोलने का आरोप महिला ने लगाया है।
तहसीलदार बोले कार्रवाई की जानकारी नहीं
घटना के बाद तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव ने बताया कि एसडीएम का पत्र था और ग्राम पंचायत का आग्रह था। इसमें परिपालनमें पचोर पुलिस को भेजा था। लेकिन ग्राम आबादी की भूमि होने से इसका अतिक्रमण चिन्हित करना, हटाना पंचायत का दायित्व है। आगे की कार्रवाई हुई मुझे अभी जानकारी नहीं है।