स्वतंत्र समय, सिरोंज
शनिवार को जिला कलेक्टर को आप के ब्लॉक अध्यक्ष रजत सक्सेना के नेतृत्व में आम नागरिकों ने आवेदन देते हुए करोड़ों रुपए के राशन घोटाले ( ration scam ) में जांच के नाम पर खाना पूर्ति करने वाले स्थानीय खाद्य आपूर्ति अधिकारी एवं गरीबों के राशन की कालाबाजारी करने वाले सेल्समैनों पर अति शीघ्र कार्रवाई की मांग की है सक्सेना ने बताया कि लगभग 3 महीने हो चुके हैं दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही इससे स्पष्ट होता है कि भ्रष्टाचार करने वाले सेल्समैनो को खुला राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है क्योंकि इस पूरे मामले में जनप्रतिनिधियों ने भी मौन धारण कर लिया है खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों पर पूर्व में भी रिश्वत लेने के आरोप लग चुके है इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होना कई सवाल खड़े करता है आम नागरिकों ने कलेक्टर से आग्रह करते हुए अति शीघ्र कार्रवाई की मांग की है
आवंटन व कार्रवाई नहीं करने के नाम पर भी भ्रष्टाचार
विगत दिनों खाद्य आपूर्ति अधिकारी पर राशन घोटाले ( ration scam ) में रिश्वत लेने के आरोप लग चुके हैं लेकिन शासन प्रशासन की ऐसी मिली भगत की आज दिन तक कोई कार्रवाई नहीं हुई खाद्य आपूर्ति अधिकारी कंप्यूटर ऑपरेटर के माध्यम से किस तरह रिश्वत लेते थे उक्त मामले का खुलासा तब हुआ जब एक सेल्समैन ने कंप्यूटर ऑपरेटर को दिए पैसों के ट्रांजैक्शन का स्क्रीनशॉट वायरल कर दिया था उक्त पूरा घटनाक्रम होने के बाद भी वही कंप्यूटर ऑपरेटर और वही खाद आपूर्ति अधिकारी आज भी उसी जुगलबंदी के साथ कार्य कर रहे हैं नाम नहीं छापने की शर्त पर एक सेल्समैन ने बताया कि आवंटन के नाम पर प्रतिमाह खाद आपूर्ति अधिकारी द्वारा रिश्वत ली जाती है यही नहीं सेल्समैन ने बताया कि दुकानों पर पहुंचकर कार्रवाई करने की धमकी दी जाती है उसके बाद कार्रवाई नहीं करने के बदले में 5 से 10 हजार हर माह लिए जाते हैं। हालांकि, हम इस मामले की पुष्टि नहीं करते, लेकिन जांच का विषय है जांच जरूर होनी चाहिए।
भाजपा विधायक के करीबी बताए जा रहे हैं घोटालेबाज
राशन घोटाले को अंजाम देने वाले उचित मूल्य की दुकानों पर कार्यरत सेल्समैन स्थानीय भाजपा विधायक के करीबी बताए जा रहे हैं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार एक दर्जन से अधिक सेल्समेन स्थानीय भाजपा विधायक के समर्थक है सोशल मीडिया पर उक्त सेल्समैनो की कई फोटो भी वायरल है जिसमें वह विधायक के साथ देखे जा सकते हैं क्या यही एक मुख्य कारण है कि आज दिन तक स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने करोड़ों के इस बड़े घोटाले पर चुप्पी साध रखी है।
राशन घोटाले के सवाल पर विधायक के करीबी को क्या परेशानी
इस पूरे राशन घोटाले का कनेक्शन कौन से नेताओं से जुड़ा है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है जब हमारी टीम राशन घोटाले को लेकर कलेक्टर से सवाल कर रही थी उसी बीच एक युवक आया और पत्रकारों को सवाल करने से रोकने लगा जिस पर कलेक्टर ने कहां की बोलने दीजिएगा इस तरह नहीं रोक सकते यह युवक कोई और नहीं बल्कि स्थानीय विधायक उमाकांत शर्मा के साथ हर एक मंच पर देखा गया है आखिर राशन घोटाले के सवाल पर विधायक के करीबी को क्यों परेशानी यह एक बड़ा सवाल है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस पूरे राशन घोटाले का कनेक्शन स्थानीय भाजपा के नेताओं से जुड़ा है क्या अब आगे देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा कि विधायक इस पूरे मामले में चुप्पी तोडेंगे कि नहीं वही कलेक्टर निष्पक्ष जांच के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे या फिर राजनीतिक संरक्षण के चलते मामले को जांच के नाम पर दवा दिया जाएगा।
उमाकांत शर्मा ने नहीं किया गया फ़ोन रिसीव
खाद्यान्न और पीएचई घोटाला के संबंध में विदिशा कलेक्टर से सवाल करते समय स्थानीय स्वतंत्र समय के पत्रकार को युवा नेता द्वारा वीडियो बनाने से मना किया गया इस व्यक्ति का संबंध जब विधायक उमाकांत शर्मा से बताया गया तो तब हमारे द्वारा स्थानीय विधायक को उमाकांत शर्मा को दो बार फोन लगाया गया लेकिन उनकी तरफ से ना ही फोन रिसीव किया गया और ना ही उसके बाद खबर लिखे जाने तक उनका वापस फोन आया इस पूरे घटनाक्रम में एक बड़ा सवाल यह भी है कि जब हमारे देश मैं संविधान के द्वारा जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक व्यक्तियों से सवाल करने का अधिकार आम आदमी को दिया गया है ऐसी स्थिति में मीडिया कर्मियों को सार्वजनिक स्थानों पर वीडियो बनाने एवं सवाल पूछने से रोके जाने पर सत्ताधारी नेताओं एवं उनके करीबियों को यह अधिकार किसने दे दिया कि वह मीडिया कर्मियों को उनका कर्तव्य निर्वहन करने से रोके।
इनका कहना है
आपके द्वारा विषय संज्ञान में लाया गया है जांच परीक्षण कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी एवं आप लोग अच्छा काम करते रहिए। आपका सहयोग किया जाएगा।
-बुद्धेश कुमार वैध, विदिशा कलेक्टर