स्वतंत्र समय, हरदा
मनोहर लाल चौबे ने थाना सिटी कोतवाली में की शिकायत में उन्होंने कहा कि इंडियन सेंट्रल बैंक से लोन ( loan from bank ) के लिए दिसंबर महीने में आवेदन किया था आवेदन। बैंक की फॉर्मेलिटी के हिसाब से मनोहर लाल चौबे की पत्नी निर्मला चौबे के द्वारा मूल दस्तावेज जमा किए गए जिसमें रजिस्ट्री एवं आधार कार्ड बैंक के कोर चेक पैन कार्ड एवं पुत्रवधू के आधार कार्ड पैन कार्ड सभी लोन के लिए मूल दस्तावेज बैंक में दिए गए बैंक कर्मचारियों के द्वारा आवेदन करता को कहा गया कि आपका लोन 10,81,900/ क्या होगा। इसके बाद आवेदन करता ने सहमति दी गई।
loan from bank हो गया इसलिए किस्त काट ली
बैंक कर्मचारी ने कहा कि आपके खाते में 9,34,000/ पास हो गए हैं, जबकि आवेदनकर्ता ने कहा कि मेरे द्वारा 10,81,900/ का लोन किया गया था मगर बैंक कर्मचारियों द्वारा 9,34,000/ मुझे बताए गए। मगर मेरे खाते में कोई पैसे नहीं आए इसके बावजूद भी बैंक कर्मचारियों द्वारा मुझसे 17,641/ की पहली किस्त ले ली गई। जब आवेदन करता ने बैंक कर्मचारी से किस्त की रसीद लेने को कहा तो बैंक कर्मचारियों ने कहा कि बैंक जाकर रसीद दे देंगे मगर बैंक में जाने के बाद भी कर्मचारी द्वारा किस्त की रसीद नहीं दी गई। बैंक कर्मचारियों द्वारा समय पर मुझे लोन नहीं दिया गया। अब जब मैं अपने बैंक में जमा डॉक्यूमेंट लेने बैंक पहुंचा तो मुझे पैसे की मांग कर रहे हैं, मुझको फलाने फलाने नियम बताकर मुझे पैसे मांगे जा रहे हैं जबकि मेरे द्वारा पहले ही डॉक्यूमेंट के साथ में बैंक रवि सर एवं अंकित दुबे द्वारा मेरे से कागज लेते वक्त यह फॉर्म लगेगी इस तरीके से पैसे वसूले गए, अभी तक बैंक कर्मचारियों ने मुझे 90 हजार रुपए ले लिए लोन देने के बहाने से अब मेरे द्वारा डॉक्यूमेंट वापस लिए जाने के बाद की जा रही है तो मुझे मेरे डॉक्यूमेंट नहीं दिए जा रहे हैं बैंक कर्मचारी रवि एवं अंकित दुबे द्वारा मुझसे कहा गया कि पहले आप मॉडगेज करवा लो मुझे मॉडगेज करने के लिए भेजा गया, जबकि मॉडगेज 7 हजार में होती है, 21 हजार की मॉडगेज कराई गई जिसमें इन्होंने मॉडगेज करने वालों से कमीशन खाई है।